दो पत्नियों का शौक पूरा करने ट्रेन व प्लेटफॉर्म से गायब करते थे सामान, पटना में प्रॉपर्टी डीलर भी चलाता था गिरोह..

पटना रेल पुलिस ने रेल यात्रियों के सामान गायब करने वाले गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जानिए क्या खुलासा हुआ..

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 13, 2024 10:58 AM
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बिहार की ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों का सामान गायब करने वाले और उनके साथ झपटमारी और छिनतई करने वाले बदमाशों का आतंक बढ़ा हुआ है. खासकर पटना जंक्शन व उस रूट पर ऐसी घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं. अब रेल पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो इन घटनाओं को अंजाम देता है. इस गिरोह के सरगना को भी पुलिस ने पकड़ लिया है. पटना से फतुहा जंक्शन तक ट्रेनों के अंदर व प्लेटफार्मों पर इस गिरोह के सदस्य यात्रियों को अपना शिकार बनाते हैं. इस गिरोह के बदमाशों ने अपराध की दुनिया में कदम रखने की वजह का भी खुलासा किया है.

पटना जंक्शन व ट्रेनों में गिरोह सक्रिय

पटना जंक्शन से लेकर ट्रेनों के अंदर सफर कर रहे रेलयात्रियों के साथ आए दिन घटनाएं घटित होती रही है. किसी के सामान गायब कर दिए जाते हैं तो किसी के मोबाइल और सोने की चेन गायब कर दी जाती है. पलक झपकते ही लापरवाह रेल यात्रियों को शिकार बना लिया जाता है. जंक्शन और ट्रेन के अंदर सक्रिय बदमाशों के गिरोह इस काम को अंजाम देते हैं. गिरोह के सरगना सहित आठ बदमाशों को रेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है.पटना से फतुहा जंक्शन तक ये गिरोह सक्रिय रहता है.

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सरगना है प्रॉपर्टी डीलर

गिरफ्तार बदमाशों में गिरोह का सरगना शशिभूषण पांडेय भी शामिल है जो नालंदा के रहुई थाने के उतरनामा गांव का निवासी है. शशिभूषण प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है और इस गिरोह को भी चलाता है. उसके परिवार का एक सदस्य पटना साहिब स्टेशन पर लाइसेंसी वेंडर है.

यात्री बनकर दूसरे यात्री का सामान करता है गायब, ऑटो चालक और दुकानदार भी गिरोह के सदस्य

शशिभूषण रेल के अंदर सफर कर रहे यात्रियों को अपना शिकार बनाने के लिए ट्रेन की बोगी में अच्छे पोशाक पहन कर बैठता था और यात्रियों का सामान गायब कर देता था. वह महत्वपूर्ण ट्रेनों में यात्रियों को शिकार बनाता था. वहीं पकड़े गए गिरोह के सदस्यों में कोई दुकानदार है तो कोई ऑटो का चालक भी है. विनोद, चंदन, राजेश, सोनू व चंदन ऑटो चालक है तो दीपक की पटना सिटी के शिकारपुर में किराना दुकान है. वह इस गिरोह के सदस्यों से चोरी का सामान खरीदकर अपने दुकान पर सस्ते दाम में बेचा करता था.

दो पत्नियों का शौक पूरा करने के लिए बना लिया गिरोह

इस गिरोह का आतंक इस कदर बढ़ गया था कि इन्हें पकड़ने के लिए एसआइटी का गठन किया गया था. जब गिरफ्तार बदमाशों से विस्तार पूछताछ हुई तो उनमें से अधिकतर ने बताया कि उनकी दो पत्नियां हैं और उनके खर्च का बोझ वो नहीं उठा पाते हैं. पत्नियों के खर्च को मेंटेन करने के लिए उनलोगों ने इस धंधे को चुना. बदमाशों ने बताया कि उनकी दूसरी पत्नी गहने और मोबाइल की शौकीन हैं. उसके शौक को पूरा करने के लिए ये धंधा उन लोगों ने शुरू कर दिया.

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