पटना. देश में बिहार सहित तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल व यूपी के कई वार्ड एइएस और जेइ से प्रभावित हैं. इन राज्यों में इस बीमारी से हर साल बच्चों की मौत भी होती है, जिसे देखते हुए सभी राज्यों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व बिहार सरकार की टीम ने सर्वे किया था.
इस सर्वे के बाद पानी की शुद्धता बढ़ाने पर निर्णय लिया गया और जिन जिलों में इस बीमारी का प्रकोप था, उन सभी जिलों के चिह्नित वार्डों में मुख्यमंत्री हर घर नल का जल पहुंचाया गया.
वहीं, दूसरे राज्यों में जल जीवन मिशन के तहत नल का जल पहुंचाने का काम शुरू हुआ और बुधवार को राज्यों की जारी रैंकिंग में बिहार सबसे ऊपर रहा. राज्य में 99 प्रतिशत तक काम हो गया है.
राज्य प्रतिशत
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बिहार99%
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तमिलनाडु96%
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असम93%
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प बंगाल 44%
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उत्तर प्रदेश 25%
राज्य के 15 जिलों में 19,846 गांव के 59,620 वार्ड एइएस व जेइ से प्रभावित हैं. इनमें वैशाली 99.74 प्रतिशत, नालंदा 99.69 प्रतिशत, समस्तीपुर 99.03, गोपालगंज 98.91 प्रतिशत, गया 98.67 प्रतिशत, जहानाबाद 98.44 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर 97.79 प्रतिशत, अररिया 97.45 प्रतिशत, सारण 97.09 प्रतिशत, नवादा 95.90 प्रतिशत, सीवान 95.04 प्रतिशत है.
Posted by Ashish Jha