बिहार: गर्मी के कारण बच्चों में बढ़ रहा इन रोगों का खतरा, जानें बचाव के तरीके….
गर्मी बढ़ने के साथ बच्चे डायरिया से पीड़ित हो रहे हैं. अभिभावक ओपीडी में बीमार बच्चों को लेकर पहुंच रहे हैं, तो गंभीर बच्चों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. पिछले पांच दिनों में डायरिया तेजी से बढ़ा है. एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में डायरिया से पीड़ित 125 बच्चे भर्ती हैं.
मुजफ्फरपुर: गर्मी बढ़ने के साथ बच्चे डायरिया से पीड़ित हो रहे हैं. अभिभावक ओपीडी में बीमार बच्चों को लेकर पहुंच रहे हैं, तो गंभीर बच्चों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. पिछले पांच दिनों में डायरिया तेजी से बढ़ा है. एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में डायरिया से पीड़ित 125 बच्चे भर्ती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी में डायरिया का रोटावायरस तेजी से फैलता है. ऐसे समय में खान-पान में लापरवाही या गंदगी बच्चों को बीमार करती है. एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि डायरिया से पीड़ित कई बच्चे आ रहे हैं. चमकी-बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या भी बढ़ी है, लेकिन उनमें एइएस के लक्षण नहीं हैं. अधिक गर्मी के कारण चमकी-बुखार की बीमारी हो रही है. ऐसे बच्चे दो दिन में ठीक होकर वापस घर लौट जा रहे हैं.
उबला पानी पिलाएं, घर का खाना दें
डॉ गोपाल शंकर सहनी ने कहा कि अभी के सीजन में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बच्चों को उबला पानी ठंडा कर पीने के लिए दें और उन्हें बाहर का खाना नहीं खिलाएं. घर में बना ताजा खाना खाने के लिए दें. बच्चे को रोज नहलाएं और अपने आस-पास भी सफाई रखें. बच्चों को धूप में लेकर नहीं चलें. रात में उन्हें खाना खिलाकर सुलाएं. बच्चों की देखभाल सही तरीके से की जायेगी, तो गर्मी जनित बीमारियां नहीं होगी.
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रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा गर्मी
मुजफ्फरपुर जिले में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार, नौ साल पर 8 मई को रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गयी है. इससे पहले 8 मई 2015 को अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 5.4 डिग्री अधिक रहा. मौसम विभाग ने तापमान में वृद्धि पर पहले ही अलर्ट किया गया था. फिलहाल हालत यह है कि लोग भीषण गर्मी से उबल रहे हैं. घर, बाजार, दफ्तर के अलावा सभी जगहों पर लोग बेचैन हैं.