पटना. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सभी विभाग वैकेंसी को लेकर एक्टिव दिख रहे हैं. कई विभाग पहले वैकेंसी ( Bihar Sarkari Job ) निकाल चुके हैं तो कई विभाग इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं. हिंदी से जुड़े अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है. हिंदी में सहायक प्राध्यापकों के 292 पदों के लिए छठ के बाद नवंबर प्रथम सप्ताह से साक्षात्कार लिये जाने की संभावना है.
हिंदी में सहायक प्राध्यापकों ( Recruitment of Assistant Professors of Hindi ) की साक्षात्कार के लिए बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. हिंदी में सहायक प्राध्यापकों के 292 पदों के लिए छठ के बाद नवंबर प्रथम सप्ताह से साक्षात्कार लिये जाने की संभावना है. सोमवार-मंगलवार तक इतने पदों के लिए साक्षात्कार के लिए बुलाये जाने वालों के संदर्भ में दावे और आपत्ति मांगे जाने के लिए सूचना जारी हो सकती है. साक्षात्कार के लिए कुल पदों का तीन गुना अधिक 876 अभ्यर्थियों को बुलाया जायेगा.
सूत्रों के मुताबिक बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग की तरफ से 52 विषयों में कुल करीब 58 हजार से अधिक आवेदन आये थे. इनमें से सबसे अधिक छह हजार से अधिक आवेदन अकेले हिंदी विषय के अभ्यर्थियों के हैं. स्क्रूटनी के बाद पात्र उम्मीदवारों की संख्या पांच हजार से अधिक होगी. जानकारी के मुताबिक आयोग ने अभी तक विभिन्न 26 विषयों के करीब 200 सहायक प्राध्यापकों के चयन की अनुशंसाएं विभिन्न विश्वविद्यालयों को कर दी हैं.
बता दें कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सत्ता में आने से पहले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में रोजगार को एक बड़ा मुद्दा बनाया था. चुनाव के दौरान उन्होंने 10 लाख नौकरी की बात कही थी. वहीं, अभी नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन की सरकार बनने के बाद रोजगार एक बड़ा मुद्दा बन गया था. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार भी 20 लाख रोजगार सृजन की बात कह दी. इससे युवाओं में एक उम्मीद जगी है. सीएम के इस ऐलान के बाद कई विभाग भी सजग दिख रहा है.