बिहार के सरकारी स्कूलों में महंगी हुई पढ़ाई, विकास शुल्क समेत इन मदों में देंगे होंगे अधिक पैसे
नौवीं में एडमिशन 181 रुपये व 11वीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को 165 रुपये अधिक देने होंगे. वैसे शिक्षा विभाग ने कुछ मद में ली जाने वाली राशि को भी समाप्त कर दिया है. इससे स्टूडेंट्स को राहत मिल रहा है.
पटना. राज्य के सभी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई महंगी हो गयी है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने पहले ही आदेश जारी कर दिया है. लेकिन नये सत्र में एक अप्रैल से एडमिशन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही अभिभावकों की परेशानी बढ़ गयी है. स्कूलों द्वारा अधिक फीस लिये जाने पर पैरेंट्स विरोध भी जता रहे हैं.
विकास शुल्क अब 200 रुपये
अब नौवीं व 11वीं में प्रवेश शुल्क 50-50 रुपये देने होंगे. पहले नौवीं में प्रवेश शुल्क 20 रुपये व 11वीं में प्रवेश शुल्क 15 रुपये थे. वहीं, नौवीं में विकास शुल्क अब एक बार में ही 80 रुपये देने होंगे. पहले दो किस्तों में यह राशि ली जाती थी. वहीं, 11वीं में विकास शुल्क अब 200 रुपये लिये जायेंगे. पहले विकास शुल्क 160 रुपये थे. जिले के कई स्कूलों के प्राचार्य ने बताया कि नौवीं में एडमिशन 181 रुपये व 11वीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को 165 रुपये अधिक देने होंगे. वैसे शिक्षा विभाग ने कुछ मद में ली जाने वाली राशि को भी समाप्त कर दिया है. इससे स्टूडेंट्स को राहत मिल रहा है.
खेल-कूद मद में भी देनी होगी अधिक राशि
क्रीड़ा खेल-कूद से संबंधित सामाग्रियों के क्रय, रख-रखाव एवं वार्षिक प्रतियोगिता के मद में भी राशि बढ़ा दी गयी है. पहले इस मद में नौवीं में 10 रुपये व 11वीं में एडमिशन के समय 20 रुपये देने होते थे, लेकिन एक अप्रैल से एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को इस मद में नौवीं में 20 रुपये व 11वीं में 30 रुपये देने होंगे. मनोरंजन शुल्क में भी नौवीं में 10 रुपये व 11वीं में 20 रुपये देने होते थे. लेकिन इस सत्र में नौवीं में 20 रुपये व 11वीं में 60 रुपये देने होंगे.
विद्युत शुल्क भी बढ़ा
पहले नौवीं में एडमिशन के दौरान विद्युत शुल्क 10 रुपये व 11वीं में 60 रुपये देने होते थे, लेकिन नये सत्र में नौवीं में एडमिशन लेने वाले को 20 रुपये व 11वीं में एडमिशन लेने वालों को 80 रुपये शुल्क देने होंगे.
अब देना होगा विद्यालय रख-रखाव शुल्क
नौवीं के स्टूडेंट्स को अब विद्यालय रख-रखाव के लिए भी शुल्क देना होगा. पहले यह शुल्क नहीं लिया जाता था. लेकिन नये सत्र में इस मद में नौवीं के स्टूडेंट्स को 50 रुपये देने होंगे. वहीं, 11वीं में इस मद में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसके लिए पहले भी 150 रुपये देने होते थे और इस बार भी 150 रुपये देने होंगे. इसके साथ नौवीं के स्टूडेंट्स को अब परिचय पत्र के लिए भी 20 रुपये देने होंगे. पहले यह राशि नहीं ली जाती थी. इसके साथ ही 11वी में सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रोस्पेक्टस मद में लिये जाने वाले शुल्क को खत्म कर दिया गया है. पहले 11वीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को इन दोनों मदद में 50-50 रुपये देने होते थे. लेकिन नये सत्र से यह राशि स्टूडेंट्स को नहीं देना होगा.
परीक्षा शुल्क में भी वृद्धि
नौवीं के स्टूडेंट्स को पहले वार्षिक परीक्षा शुल्क 75 रुपये देना होता था. अब इसके लिए स्टूडेंट्स को 120 रुपये देने होंगे. वहीं, 11वीं में कला व वाणिज्य के स्टूडेंट्स को परीक्षा शुल्क 100 रुपये देने होते थे, लेकिन अब कला एवं वाणिज्य के स्टूडेंट्स को परीक्षा शुल्क 120 रुपये देने होंगे.
इनसे शिक्षण व विकास शुल्क नहीं लिया जायेगा
नौवीं में नामांकित स्टूडेंट्स का उसी विद्यालय में नामांकन होने की स्थिति में कक्षा 11वीं में एडमिशन शुल्क नहीं लिया जायेगा. अनुसूचित जाति व जनजाति के स्टूडेंट्स से शिक्षण शुल्क एवं विकास शुल्क नहीं लिया जायेगा. सभी शुल्क वर्ग नौवीं एवं 11वीं में एडमिशन के समय ही देने होंगे. परिचय पत्र शुल्क केवल नौवीं एवं 11वीं में एडमिशन के समय लिये जायेंगे.
कई मद में ली जाने वाली राशि कर दी गयी विलोपित
अब नौवीं के स्टूडेंट्स अनुपस्थिति रहने पर फाइन नहीं देना होगा. पहले 10 दिन अनुपस्थिति रहने पर या शुल्क जमा नहीं करने की स्थिति में सात रुपये फाइन लगते थे, जिसे शिक्षा विभाग ने विलोपित कर दिया है. इसके साथ मध्याह्न के बाद अनुपस्थित रहने पर एक रुपये के फाइन को भी खत्म कर दिया है. अनुपस्थिति दंड व विलंब शुल्क को भी खत्म कर दिया है.