बिहार स्तर पर शुरू हुई स्वच्छता की रेस से मुजफ्फरपुर सहित 32 जिलों के 4836 स्कूलों ने खुद को अब तक दूर रखा है. बिहार राज्य स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और डाटा सबमिट करने की प्रक्रिया चल रही है. लेकिन, इन स्कूलों ने पोर्टल पर अब तक रजिस्ट्रेशन भी नहीं किया है. इसमें मुजफ्फरपुर के भी 610 स्कूल हैं. विद्यालय प्रधान को अपने यहां उपलब्ध स्वच्छता सहित अन्य मानकों के आधार पर स्कूल की रेटिंग करनी है. एक स्टार से लेकर पांच स्टार तक खुद स्कूल को देना है, जिस पर जिला स्तर से भौतिक सत्यापन के बाद अंतिम मुहर लगेगी.
राज्य में हैं कुल 69900 स्कूल
राज्य में कुल 69900 स्कूल हैं, जिसमें 65064 ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा लिया है. वहीं, 58253 स्कूलों ने अब तक फाइनल डाटा सबमिट किया है. तिरहुत प्रमंडल के शिवहर व समस्तीपुर के साथ ही पटना, नवादा, भोजपुर व जहानाबाद जिले के शत-प्रतिशत स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन के साथ ही फाइनल डाटा सबमिट कर दिया है. स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से 15 जनवरी तक अंतिम अवसर दिया गया है. 16 जनवरी से जिला स्तर के पुरस्कार के लिए विद्यालयों का भौतिक सत्यापन शुरू होगा.
टॉप 10 फिसड्डी जिलों में मुजफ्फरपुर शामिल
शनिवार तक के आवेदन के आधार पर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जारी राज्य स्तरीय आकड़ों के मुताबिक टॉप 10 फिसड्डों जिलों में मुजफ्फरपुर भी शामिल है. जिले में कुल 3039 स्कूल है, जिसमें 2429 ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 1981 ने फाइनल डाटा सबमिट कर दिया है. जिले के 610 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया है. मुजफ्फरपुर नीचे से सातवें स्थान पर है. सबसे खराब स्थित सीवान की है, जहां 2206 स्कूलों में 1881 ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 1080 ने डाटा सबमिट किया है. फिसड्डी 10 जिलों में मुजफ्फरपुर व सीवान के साथ ही मधेपुरा, किशनगंज, बंका, सुपौल, लखीसराय, जमुई, पश्चिम चंपारण व सहरसा शामिल है.
कल से शुरू होगा जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए सत्यापन
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए 15 जनवरी तक आवेदन की अंतिम तिथि है. साथ ही 16 जनवरी से सात फरवरी तक जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए स्कूलों का सत्यापन किया जायेगा. इसके लिए 15 जनवरी तक ही इवैलुएटर की प्रतिनियुक्ति करते हुए पोर्टल पर सूची अपलोड करने को कहा गया है. एक इवैलुएटर के जिम्मे अधिकतम 10 स्कूलों का सत्यापन होगा. जिला व राज्य स्तर पर चयनित स्कूलों को बिहार दिवस पर सम्मानित किया जायेगा.