बिहार: मुजफ्फरपुर में शिक्षा विभाग के यू-डायस पोर्टल पर अब तक जिले के करीब आठ लाख बच्चों का डाटा अपलोड नहीं किया जा सका है. ऐसे में इन बच्चों को स्कॉलरशिप समेत अन्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ सकता है. ऐसे में शिक्षकों की लापरवाही का खामियाजा बच्चों को भुगतना पर सकता है. बताया जा रहा है कि जिले के सैकड़ों स्कूलों में अब तक स्टूडेंट प्रोफाइल बनाने का काम भी शुरू नहीं हो सका है. जबकि 15 मई तक हर हाल में डाटा एंट्री का कार्य पूरा करना है. जिले के सभी प्रखंडों के ऐसे स्कूलों की सूची जिला शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गयी है.
शिक्षा विभाग की ओर से इन सरकारी स्कूलों के एचएम के वेतन पर तत्काल रोक लगाने की तैयारी है. वहीं विभिन्न प्रखंडों के निजी स्कूलों की प्रस्वीकृति वापसी से लेकर एफिलिएशन समाप्त करने तक की अनुशंसा की जायेगी. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से लगातार डीपीओ से शोकॉज किये जाने के बाद जिला स्तर से अब कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी.
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डीपीओ एसएसए विभा कुमारी ने बताया कि 15 मई तक हर हाल में डाटा एंट्री का कार्य पूरा करना है. कहा गया है कि रविवार को भी कार्यालय खोलकर काम किया जायेगा. यदि निर्धारित अवधि में डाटा फीडिंग का कार्य नहीं होता है, तो बीइओ का वेतन बंद होगा. साथ ही लेखा सहायक सह डाटा एंट्री ऑपरेटर को कार्य मुक्त करने की सिफारिश की जायेगी. यूएमआइएस इंचार्ज शैलेंद्र कुमार ने बताया कि निदेशालय से उपलब्ध कराये गये लक्ष्य के अनुसार जिले में भी यू-डायस पोर्टल पर एंट्री का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है.
साहेबगंज – 17
मोतीपुर – 32
पारू – 16
सरैया – 27
कुढ़नी – 27
कांटी – 27
मीनापुर – 6
मुशहरी – 63
बोचहां – 14
औराई – 12
कटरा – 6
सकरा – 7
बंदरा – 6
मरवन – 12