बिहार में इस साल बढ़ेंगी एमबीबीएस में पांच हजार से अधिक सीटें, 45 नये मेडिकल कॉलेज खुलने की संभावना
परीक्षा को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने तैयारी शुरू कर दी है. परीक्षा के पैटर्न में बदलाव के कारण इस बार स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने की काफी उम्मीद है. संख्या बढ़ने के बाद इस बार मेडिकल में सीटें भी बढ़ेंगी. इस साल करीब 1.13 लाख से अधिक एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होगा.
अनुराग प्रधान, पटना. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (नीट) यूजी 2023 का आयोजन पांच मई 2024 को किया जायेगा. परीक्षा को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने तैयारी शुरू कर दी है. परीक्षा के पैटर्न में बदलाव के कारण इस बार स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने की काफी उम्मीद है. संख्या बढ़ने के बाद इस बार मेडिकल में सीटें भी बढ़ेंगी. इस साल करीब 1.13 लाख से अधिक एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होगा. वर्तमान में देश में 706 मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें 1,08,915 एमबीबीएस सीटें हैं.
पिछले साल 10,000 से ज्यादा मेडिकल सीटें बढ़ी
पिछले साल 10,000 से ज्यादा मेडिकल सीटें बढ़ी थीं. इस बार भी करीब पांच हजार से अधिक सीटें बढ़ेंगी. इस साल करीब 40 से 45 नये मेडिकल कॉलेज खुलने की संभावना है. इसमें सरकारी और निजी दोनों तरह के मेडिकल कॉलेज हैं. सभी कॉलेजों को जुलाई 2024 से पहले ही लेटर ऑफ परमिशन (एलोपी) मिल जायेगी. पांच मई को एग्जाम के बाद जुलाई से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. नये मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद कुल मेडिकल कॉलेज की संख्या भी 750 के आसपास हो जायेगी.
एडिशनल बायोलॉजी वाले स्टूडेंट्स भी दे पायेंगे नीट
गोल इंस्टीट्यूट के एमडी बिपिन सिंह ने कहा कि इस बार नीट यूजी 2024 में आवेदन की संख्या बढ़ेगी. नेशनल मेडिकल कमिश्नर के नोटिफिकेशन के अनुसार एडिशनल बायोलॉजी वाले स्टूडेंट्स भी नीट के एग्जाम में बैठ सकते हैं. अभी तक ये स्टूडेंट्स एग्जामिनेशन में नहीं बैठ पाते थे. उन्हें कोर्ट के जरिए मान्यता मिलने पर ही एलिजिबल माना जाता था. नीट यूजी 2023 में 20.87 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था. वहीं, परीक्षा में 20.38 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी. इस बार परीक्षा में 22.50 लाख से अधिक स्टूडेंट्स रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इस कारण एक सीट पर 20 से अधिक दावेदार हो जायेंगे. सरकारी सीटों पर अधिक दावेदार होंगे. नये सत्र में 54 हजार के आसपास निजी और डीम्ड यूनिवर्सिटी में सीटें होंगी और 59 हजार से आसपास सरकारी एमबीबीएस सीटें होंगी. इसके आधार पर नीट में कंपीटीशन टफ हो जायेगा.
नये सत्र में 200 एमबीबीएस सीटें बढ़ेगी
बिहार में नये सत्र 2024 में दो मेडिकल कॉलेज खुलेंगे. सारण और समस्तीपुर में मार्च तक मेडिकल कॉलेज बन कर तैयार हो जायेंगे. दोनों सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 100-100 सीटाें पर एडमिशन के लिए एनएमसी को पत्र लिखा जायेगा. अभी राज्य में कुल 1490 एमबीबीएस व 140 बीडीएस की सीटें हैं. कुल सरकारी एमबीबीएस व बीडीएस मिला कुल 1630 सीटें हैं. इसमें 15 प्रतिशत सीटों पर ऑल इंडिया कोटा के तहत एडमिशन होता है. वहीं, 85 प्रतिशत सीटों पर स्टेट कोटे के तहत एडमिशन होता है.
बिहार के मेडिकल कॉलेजों में हो जायेंगी कुल 1690 सीटें
एमबीबीएस की 200 सीटें बढ़ने पर राज्य के मेडिकल कॉलेजों में कुल 1690 सीटें हो जायेंगी. अभी पीएमसी पटना में 200, डीएमसी लहेरियासराय में 120, भागलपुर में 120, एनएमसी पटना में 150, मुजफ्फरपुर में 120, गया में 120, आइजीआइएमएस पटना में 120, जीएमसी बेतिया में 120, विम्स पावापुरी में 120, मधेपुरा में 100, इएसआइसी मेडिकल कॉलेज बिहटा में 100, जीएमसी पूर्णिया में 100, पटना डेंटल कॉलेज में 40 व रहुई डेंटल कॉलेज नालंदा में 100 सीटें हैं.