बिहार: आम के पेड़ मंजर से लदे, मगर कीड़े बिगाड़ सकते पूरा खेल, ये छोटी उपाय करेगी बचाव

बिहार में आम के पेड़ों में इस साल मंजर देखकर किसानों में काफी खुशी है. लेकिन कीट ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. आम की डालियां मंजर से लदी पड़ी हैं. इस बार आए मंजर से किसानों को बेहतर पैदावार की उम्मीद है. मंजर को देखकर किसानों के चेहरे खिले हुए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2023 1:36 PM
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बिहार में आम के पेड़ों में इस साल मंजर देखकर किसानों में काफी खुशी है. लेकिन कीट ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. आम की डालियां मंजर से लदी पड़ी हैं. इस बार आए मंजर से किसानों को बेहतर पैदावार की उम्मीद है. मंजर को देखकर किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. किसानों को लग रहा है कि मौसम अनुकूल रहा तो पिछले साल की तुलना में आम की पैदावार अधिक होगी. वहीं किसानों को मंजर में लगने वाली कीटों ने परेशान कर दिया है. पिछले कुछ सालों में मंजर में कीट लगने एवं मौसम अनुकूल नहीं रहने से पैदावार में कमी होती रही है. हालांकि, तापमान में बढ़ोतरी होने से मौसमी कीटों का प्रकोप बढ़ा है.

पिछले कुछ सालों से उत्पादन में कमी

मार्च के आते ही गर्मी का भी फसलों पर प्रकोप बढ़ गया है. गर्मी की वजह से फसलों में कीड़े लग रहे है, जो फसलों को काफी नुकसान पहुंचा सकते है. पिछले कुछ सालों से आम के उत्पादन में कमी आयी है. हाजिपुर के कुछ किसानों का कहना है कि प्रत्येक साल जिस तरह से पेड़ों में मंजर आते हैं, उस अनुपात में फल नहीं लगते हैं. कभी आंधी-तूफान तो कभी- कभी बेहिसाब गर्मी से फसल प्रभावित होती है. मालूम हो कि कुछ पेड़ों पर एक साल के अंतराल के बाद ही मंजर आते हैं. इसके कारण उपज में कमी हो रही है.

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फल आने के बाद किसान बेच देते बगीचे

आम के पेड़ों में मंजर आने के बाद ही फलों के खरीदार जुटने लगते हैं. मंजर देखकर ही पेड़ बगान की बोली लगायी जाती है. अधिकांश किसान मंजर आने के बाद ही अपने बगान बेच देते हैं. इससे उन्हें अच्छा दाम भी मिल जाता है और किसानों की जबावदेही भी खत्म हो जाती है. लेकिन फसलों को नुकसान होने से खरीदारों को नकसान का सामना करना पड़ता है. इसलिए आम के पेड़ की मंजर से देखभाल भी बहुत जरूरी है. इसके लिए कीटनाशक का प्रयोग किया जा सकता है.

Published By: Sakshi Shiva

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