बिहार में शराबबंदी से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए बने 75 स्पेशल कोर्ट, जजों की हुई तैनाती
सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी 74 कोर्ट में जजों की तैनाती भी कर दी है. पटना में अपर जिला सत्र न्यायाधीश राजीव रंजन कुमार को शराबबंदी के लिए विशेष कोर्ट का जज बनाया गया है.
पटना. बिहार में शराबबंदी मामले में त्वरित न्याय के लिए विशेष कोर्ट का गठन कर दिया गया है. सरकार ने कुल 74 स्पेशल कोर्ट का गठन किया है. सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी 74 कोर्ट में जजों की तैनाती भी कर दी है. पटना में अपर जिला सत्र न्यायाधीश राजीव रंजन कुमार को शराबबंदी के लिए विशेष कोर्ट का जज बनाया गया है.
बिहार के विभिन्न न्यायालयों में शराब से जुड़े लंबित मामलों की संख्या एक लाख 80 हजार के आसपास पहुंच गयी है. इसमें सबसे ज्यादा मामले जिला और अनुमंडल स्तरीय न्यायालयों में लंबित हैं. विशेष कोर्ट में अब इन मामलों की सुनवाई होगी.
शराबबंदी को लेकर सख्त हुई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने हाइकोर्ट की सहमति मिलने के तत्काल बाद विशेष अदालत के लिए जिलों में कार्यरत अपर जिला सत्र न्यायाधीशों को विशेष जज के तौर पर अधिसूचित किया है. तेजी से मामलों के बढ़ने के कारण सरकार ने हाइकोर्ट से स्पेशल कोर्ट बनाने का आग्रह किया था.
बिहार की जेलों में सर्वाधिक कैदी शराबबंदी कानून के तहत ही कैद हैं. सुनवाई में देरी के कारण कई कैदियों को जमानत तक नहीं मिल पा रही है. कई कैदी तो बेहद छोटे मामले में कैद हैं तो कई बड़े मामले में दोषियों को सजा नहीं होने के कारण शराब के धंधे से जुड़े लोगों में डर पैदा नहीं हो रहा है. इन्हीं सब कारणों को लेकर नीतीश कुमार शराब मामले की सुनवाई के लिए अगल से विशेष कोर्ट बनाने की बात कह रहे थे.