बांका, मदन कुमार: सूबे में लागू शराबबंदी कानून को किसी भी सूरत में प्रभावी बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है. परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में शराबी पकड़े भी जा रहे हैं. उत्पाद विभाग की एक रिपोर्ट की मानें तो शराब तस्कर से अधिक शराबियों की गिरफ्तारी हो रही है. जानकारी के मुताबिक, सिंतबर माह में दर्दमारा, भलजोर व पंजवारा बॉर्डर पर नियमित जांच के दौरान 452 लती शराबी की गिरफ्तारी हो चुकी है.
गिरफ्तार सभी शराबी बांका जिले से बिहार का सीमा लांघकर झारखंड प्रवेश करते हैं और वहां शराब पीकर वापस बांका सीमा के अंदर आते थे. रिपोर्ट के मुताबिक, पंजवारा सीमा पर 124, भलजोर 136 व दर्दमारा बॉर्डर पर 192 पियक्ड़ों की गिरफ्तारी हो चुकी है. लिहाजा, जमानत पर छुटकारा पाने के लिए इनसे नियमानुसार जुर्माना राशि भी मोटे तौर पर वसूली की गयी है.
इसके अलावा शराब तस्कर भी खूब पकड़े जा रहे हैं. पंजवारा बॉर्डर पर 12 तस्कर की गिरफ्तारी की गयी है. जिसमें से तीन वाहन व बड़ी मात्रा में देसी-विदेशी शराब भी जब्त की गयी है. इसी प्रकार भलजोर पर 10 शराब तस्कर, शराब व दर्दमारा बॉर्डर पर भी पांच शराब तस्कर की गिरफ्तारी की गयी है. कुल मिलाकर इन तीनों बॉर्डर पर 220 लीटर से अधिक शराब की बरामदगी हुई है.
शराब की जब्ती व गिरफ्तारी देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि बीते दुर्गा पूजा व आने वाले दीपावली को लेकर तस्कर काफी तेजी से झारखंड से शराब लाकर बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध बिक्री की कोशिश में है. ऐसे में सीमा पर चाक-चौबंद निगरानी बेहद आवश्यक है. ज्ञात हो कि इसी के आड़ में जहरीली व नकली शराब की भी तस्करी सामने आती है. बीते होली जैसे त्योहार में जहरीली शराब का असर दिख चुका है.
इस मामले को लेकर उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले के सभी सीमावर्ती इलाके व खासकर बॉर्डर पर सघन जांच की जा रही है. इस दौरान बड़ी संख्या में शराबी व तस्कर की गिरफ्तारी हो रही है. यह निगरानी हमेशा के लिए प्रभावी बना दी गयी है. किसी भी तस्कर या शराबी को बख्शा नहीं जायेगा.