बिहार में शराबबंदी के बीच अब उत्पाद विभाग पर गंभीर आरोप अररिया में लगे हैं. जिले में पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों के बीच आक्रोश है. आरोप है कि उत्पात विभाग की टीम शराब मामले में तलाशी के नाम पर मनमानी करती है और लोगों को परेशान करने लगी है. उनके निशाने पर वो लोग होते हैं जिनके पास पूंजी अधिक है. ऐसा ही एक मामला सामने आया जब छापेमारी के बाद उस परिवार ने ही मोर्चा खोल दिया. थाने की घेराबंदी की गयी.
अररिया में एक मामला सामने आया है जहां सैंकड़ो लोगों ने अररिया थाने का घेराव मंगलवार देर शाम किया. वो थाना प्रभारी का इंतजार कर रहे थे लेकिन थानेदार उस समय थाना से ही निकल गये. भीड़ में शामिल लोगों का आरोप था कि यहां शराब मामले में जांच के नाम पर अब लोगों को परेशान किया जा रहा है. एक मामले को लेकर शिकायत आयी और लोग उग्र हुए. दरअसल, पंकज कुमार नाम के एक व्यक्ति के घर उत्पाद विभाग की टीम जबरन घुसी. परिजनों का आरोप है कि बेवजह उनके घर में टीम घुसी और बहुमूल्य चीजें लेकर साथ चले गये.
थाने का घेराव करने गये लोगों के बीच मौजूद भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आलोक कुमार भगत ने आरोप लगाया है कि यहां पुलिस के निशाने पर पैसे वाले लोग बेवजह रहते हैं. एक नया फंडा उन्होंने निकाला है कि आपके पास अगर शराब नहीं भी है तो एक दो बोतल वो खुद रख देंगे और फिर आपसे रुपये ऐंठेंगे. अगर आप पैसे नहीं देते हैं तो आपको फिर जेल भेजा जाता है. बताया कि पंकज कुमार के घर में उत्पाद की टीम बिना महिला पुलिसकर्मी के ही जबरन घुस गयी.
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उत्पाद विभाग पर आरोप है कि जबरन घर में घुसकर छापेमारी के नाम पर 1 लाख 84 हजार, 9 भर सोना और आधा किलो चांदी लेकर चले गये. पंकज कुमार सोये हुए थे उन्हें जबरन लेकर साथ गये. वहीं ये मांग की गयी कि ऐसे अधिकारियों पर लगाम लगाया जाए. बेवजह कानूनी पचड़े में फंसाकर परिवार को परेशान किया जाता है.
उधर मौके पर मौजूद पूर्व उप मुख्य पार्षद गौतम साह ने कहा कि रात में आकर आवेदन देना मजबूरी है क्योंकि यहां प्रशासन का रवैया बेहद खराब है. गरीब जनता को उत्पाद विभाग परेशान करती है. इन अधिकारियों की प्रॉपर्टी जांच होनी चाहिए. पटना तक इसे लेकर ज्ञापन दिया जाएगा. थाना प्रभारी आम जनता की अवहेलना कर रहे हैं. उन्हें इस मामले की जांच करनी चाहिए. बता दें कि लोगों का आरोप है कि थाना प्रभारी अधिकतर समय थाने से गायब ही रहते हैं.
उत्पाद विभाग की टीम जिस पंकज कुमार को पकड़कर ले गयी उसी परिवार की महिला सदस्यों ने आरोप लगाया कि उत्पाद विभाग की टीम ने पंकज कुमार को छोड़ने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की और धमकाया कि अगर पैसे नहीं दिये तो शराब मामले में फंसा देंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan