16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

‍‍Bihar: जहां से लिखी जाती है बिहार के विकास की गाथा, उसी परिसर में बिखरी मिली शराब की खाली बोतलें

Bihar Sharabandi: पटना स्थित बिहार विकास भवन के परिसर से सैकड़ों शराब की खाली बोतलों मिली है. सभी बोतलों पर ब्रांडेड कंपनी के स्टीकर लगे हुए हैं. बता दें कि इसी विकास भवन में मद्य निषेध विभाग का कार्यालय है.

Bihar news: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. सूबे का विकास हो, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और आपराधिक मामले में कमी लाने के उद्देश्य से लगभग 6 साल पहले प्रदेश में शराबबंदी कानून लागू किये गए थे. इन 6 साल के बीच कई ऐसी तस्वीरें सामने आई. जिससे पूर्ण शराबबंदी कानून पर सवाल उठे. इन सब के बीच बिहार के विकास भवन से ऐसी तस्वीर सामने आई है. जिसे देखकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे की. क्या बिहार में शराबबंदी कानून लागू है भी या नही. अगर लागू है भी तो क्या यह केवल गरीबों पर लागू होता है या फिर पॉश इलाके में रहने वाले सफेदपोशों पर यह कानून लागू होता है ?

यहीं से लिखी जाती है बिहार के विकास की गाथा

दरअसल, ताजा मामला बिहार की राजधानी पटना स्थित विकस भवन की है. यहां एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में शराब की खाली बोतलें मिली. खास बात यह है कि जिस विकास भवन के परिसर से शराब की खाली बोतलें मिली है. वहीं से बिहार के विकास की गाथा लिखी जाती है. कई अधिकारी और मंत्री यहीं से प्रदेश के विकास की बातें और नियती बनाते हैं. हैरत की बात यह है कि जिस मद्य निषेध विभाग पर प्रदेश में शराबबंदी कानून को लागू कराने का दारोमदार है. उसका कार्यालय भी इसी विकास भवन में हैं. परिसर में खाली पड़े शराब की बोतल, एकदम नई है.

उठ रहे गंभीर सवाल

बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है. जब किसी सरकारी भवन या कार्यालय से शराब की खाली बोतलें बरामद हुई है. इससे पूर्व बीते साल नवंबर 2021 में मुख्यमंत्री के चेंबर से मात्र चंद कदम की दूरी पर विभिन्न ब्रांड की शराब की खाली बोतलें और विधानसभा परिसर के चालू सत्र में ही शराब की खाली बोतलें मिली थी. उस दौरान राजद विपक्ष में थी और तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा था. गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने 5 अप्रैल 2016 को राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया था. मुख्यमंत्री ने लोगों से इस मिशन में सहयोग करने की अपील की थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें