बिहार दारोगा भर्ती परीक्षा: 16500 कैमरों से होगी परीक्षा की निगरानी, नकल कराने वालों पर AI रखेगा नजर
बिहार दारोगा भर्ती परीक्षा के परीक्षार्थियों से लेकर वीक्षक, व्यवस्थापक और निकास- प्रवेश द्वार की निगरानी 16500 सीसीटीवी कैमरों की मदद से होगी. आयोग कार्यालय में बने कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम में लगे बड़े स्क्रीनों से इन सीसीटीवी को जोड़ा गया है
BPSSC Bihar Police SI Bharti: बिहार पुलिस में दारोगा (अवर निरीक्षक) के 1275 पदों पर बहाली को लेकर प्रारंभिक स्तरीय परीक्षा रविवार (17 दिसंबर) को होगी. इसमें 6.60 लाख परीक्षार्थी बिहार के सभी 38 जिलों में बनाये गये 613 केंद्रों पर परीक्षा देंगे. परीक्षा दो पालियों में सुबह 10 से 12 और दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक होगी. परीक्षार्थियों को परीक्षा के डेढ़ घंटे पहले से प्रवेश मिलेगा और परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले गेट बंद कर दिया जायेगा. बिहार पुलिस लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र वायरल होने से रोकने के लिए इस बार प्रश्न पत्र के हर पन्ने पर यूनिक नंबरिंग की गयी है. इससे पत्र वायरल होने की स्थिति में तत्काल इसके लोकेशन की जानकारी मिल सकेगी.
16500 सीसीटीवी से रखी जायेगी परीक्षा केंद्र पर नजर
अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षार्थियों से लेकर वीक्षक, व्यवस्थापक और निकास- प्रवेश द्वार की निगरानी 16500 सीसीटीवी कैमरों की मदद से होगी. आयोग कार्यालय में बने कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम में लगे बड़े स्क्रीनों से इन सीसीटीवी को जोड़ा गया है, ताकि उनकी हर गतिविधि पर नजर रहे. परीक्षार्थियों के प्रवेश से पहले उनकी फ्रिस्किंग, अंदर कागजी अटेंडेंस के साथ बायोमेट्रिक अटेंडेंस, वीडियोग्राफी और एडमिट कार्ड के साथ परीक्षार्थियों की फोटोग्राफी आदि की व्यवस्था भी की गयी है. इस बार सुरक्षा जांच के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का भी उपयोग किया जाएगा.
निजी सामान रखने को बाहर होगा इंतजाम
आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षार्थियों को अपना निजी सामान परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने की इजाजत नहीं होगी. इसके लिए परीक्षा केंद्रों के बाहर जिला प्रशासन के सहयोग से निजी व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने बताया कि दूसरे के बदले परीक्षा सहित किसी भी चीटिंग में पाये जाने पर परीक्षार्थी को अगले तीन साल के लिए आयोग की परीक्षाओं से वंचित कर दिया जायेगा. एक ही नाम, पता आदि से फॉर्म भरने वाले परीक्षार्थियों के लिए एक ही केंद्र बनाया गया है, ताकि उनकी पहचान सुनिश्चित हो सके.
परीक्षा को कदाचारमुक्त रखने की पूरी व्यवस्था
केएस द्विवेदी ने बताया कि परीक्षा को कदाचारमुक्त रखने की पूरी व्यवस्था की गयी है. साथ ही परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल करने वालों से भी सख्ती से निपटा जाएगा. ऐसे शरारती तत्वों पर आयोग की विशेष नजर रहेगी. उन्होंने अभ्यर्थियों से विशेष अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी तरह के दलाल के चक्कर में न पड़ें.
पटना में 19196 अभ्यर्थी देंगे दारोगा नियुक्ति प्रारंभिक परीक्षा
पटना में दारोगा नियुक्ति प्रारंभिक परीक्षा रविवार को पटना के 18 परीक्षा केंद्रों पर होगी. परीक्षा में 19196 परीक्षार्थी शामिल होंगे. कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए 60 मजिस्ट्रेट व 150 पुलिस पदाधिकारी तैनात किये गये हैं. पटना सहित पटना सिटी, फुलवारीशरीफ व दानापुर में परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. परीक्षा दो पालियों में होगी. परीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगा.