बिहार SSC पेपर लीक: 2017 में भी लग चुके हैं दाग, आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव तक की हुई थी गिरफ्तारी
बिहार एसएससी पेपर लीक मामले ने फिर एकबार कर्मचारी चयन आयोग को दागदार किया है. पेपर कैंसिल कर दिया गया. वहीं गिरफ्तारियां जारी है. जबकि ऐसा ही मामला वर्ष 2017 में हुआ. उस दौरान तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव तक गिरफ्तार कर लिये गये थे.
Bihar SSC Paper Leak: बिहार एसएससी पेपर लीक मामले से अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने 23 दिसंबर को ली गयी पहली पाली की तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा को कैंसिल कर दिया है. पेपर लीक मामले में गिरफ्तारियां भी की गयी है. दारोगा का बेटा मास्टरमाइंड निकला जिसने पेपर लीक किया. बिहार SSC परीक्षा का पेपर इससे पहले 2017 में भी लीक हो चुका था.
2017 में हुआ था पेपर लीक
बिहार एसएससी का पेपर 2017 में भी लीक हो चुका था. वर्ष 2014 में तब प्रथम इंटर स्तरीय के लिए विज्ञापन जारी हुआ था और 29 जनवरी व 5 फरवरी 2017 को प्रारंभिक परीक्षा ली गयी थी. इस दौरान पेपर लीक कर दिया गया था और इसे लेकर जोरदार विरोध भी हुआ था. परीक्षा को तब भी तत्काल रद्द किया गया था.
तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव की गिरफ्तारी
2017 के पेपर लीक मामले में आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष और सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया था. पेपर लीक मामले में 24 फरवरी 2017 को बिहार कर्मचारी आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष 1987 बैच के आइएएस सुधीर कुमार को झारखंड से गिरफ्तार किया गया था. पटना विमेंस कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर तैनात उनके भाई व अन्य रिश्तेदारों को भी हिरासत में लिया गया था. आयोग के सचिव परमेश्वर राम को भी एसआइटी ने गिरफ्तार किया था.
Also Read: BSSC Paper Leak: राज्य कर्मचारी चयन आयोग के पहली पाली की परीक्षा रद्द, जानें कब होगी पुनर्परीक्षा
बिहार एसएससी पर फिर से दाग लगा
बिहार एसएससी की रद्द हुई परीक्षा को वर्ष 2018 में फिर से आयोजित कराया गया था. अब करीब 4 साल बाद फिर एकबार बिहार एसएससी पर दाग लगा है. इस बार परीक्षा केंद्र के अंदर से पेपर के फोटो को लीक किया गया. प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रही इओयू ने सुपौल से पकड़े गये अजय व विजय से पूछताछ की तो इसके तार सॉल्वर गैंग तक पहुंच गये. मुसल्लहपुर से दो गिरफ्तारी की गयी है. जांच अभी जारी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan