BSSC पेपर लीक: बिहार में दारोगा का बेटा मोबाइल लेकर कैसे घुस गया सेंटर? धराने में मददगार बनी नयी तकनीक!
बिहार के BSSC पेपर लीक मामले का खुलासा आर्थिक अपराध इकाई ने एक ही दिन में कर दिया. इसमें कोडिंग की नयी व्यवस्था बेहद कारगर साबित हुई. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतनी आसानी से आरोपित मोबाइल लेकर अंदर कैसे प्रवेश कर गया.
Bihar paper leak: बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले (Bihar SSC Paper Leak) में कार्रवाई जारी है. पेपर लीक करने के आरोप में एक दारोगा के बेटे को गिरफ्तार किया गया है. पेपर लीक मामले के तार प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह से भी जुड़ सकते हैं. इस बीच ये बड़ा सवाल सामने उठा है कि आखिर इतनी आसानी से युवक मोबाइल लेकर कैसे अंदर प्रवेश कर गया.
दारोगा का पुत्र गिरफ्तार
बीएसएससी पेपर लीक मामले में बेतिया में तैनात दारोगा का पुत्र गिरफ्तार किया. पेपर लीक करने वाले अजय के पिता बेतिया थाने में दारोगा के पद पर तैनात हैं. उनकी ड्यूटी भी बेतिया के एक परीक्षा केंद्र पर थी. लेकिन वो इस बात से अंजान थे कि उसी समय उनका बेटा एक कलंक कथा लिखने की तैयारी में है. अजय कुमार सॉल्वर गैंग का सदस्य है और इससे पहले भी वो कई अभ्यर्थियों को डिवाइस देकर परीक्षा केंद्र भेजता रहा है.
मोबाइल लेकर घुसने में सफल हुआ
अजय ने इस बार चालाकी दिखाइ और पहली पाली की परीक्षा शुरू होने के निर्धारित समय सुबह 10 बजे से ठीक 10 मिनट पहले एग्जाम सेंटर पहुंच गया. जल्दबाजी में ठीक से जांच नहीं हो सकी. वो चकमा देने में सफल रहा और मोबाइल लेकर अंदर घुस गया. छोटे साइज के मोबाइल से पेपर की फोटो खींचकर उसने अपने भाई को भेज दिया.
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कोडिंग की नयी तकनीक से धराया
आर्थिक अपराध इकाई ने इस पेपर लीक मामले का खुलासा एक दिन में ही कर दिया और इसमें सहायक बनी कोडिंग की नयी व्यवस्था. दरअसल, इस बार सभी प्रश्न-पत्रों की कोडिंग की गयी थी. पेपर वायरल होते ही ये आसानी से पता चल गया कि पेपर किस सेंटर से लीक हुआ है. उसके बाद किस रूम से लीक हुआ, ये पता चला. वहां एक्टिव तमाम मोबाइल फोन की जानकारी खंगाली गयी और अजय का पूरा खेल आसानी से सामने आ गया.
Posted By: Thakur Shaktilochan