भागलपुर: तूफान ले उड़ा शादी का मंडप, बेटी की डोली से पहले निकली बाप की अर्थी, जानें पूरी बात

घर में खुशी का माहौल था. सभी तैयारी टेंट, बाजा, मंडप, घर में गाजे बाजे के साथ मंगल गान धूमधाम से चल रहा था. रविवार को आयी तेज आंधी-तूफान ने टेंट और सजावट को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. क्षतिग्रस्त मंडप को देख लड़की के पिता इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके और अचानक ह्रदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 16, 2023 2:37 AM

भागलपुर: सन्हौला के कमालपुर पंचायत के श्रीचक गांव में एक ह्रदय विदारक घटना से रविवार की रात एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. आनंदी मंडल (60) की दूसरी बेटी की शादी रेलकर्मी से तय हुई थी. पिता अपनी औकात से अधिक खर्च कर रहे थे. वह शादी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते थे. शादी की तैयारी पिछले कई माह से चल रही थी. घर में खुशी का माहौल था. सभी तैयारी टेंट, बाजा, मंडप, घर में गाजे बाजे के साथ मंगल गान धूमधाम से चल रहा था. लड़की-लड़का दोनों पक्ष के घर-परिवार में खुशी का माहौल था.

बेटी की डोली के जगह उठी पिता की अर्थी

सोमवार को बेटी की बरात आनी थी. बरात के स्वागत की तैयारी चल रही थी. पूरा घर मेहमानों से भरा था. घर दुल्हन की तरह सज कर तैयार था. रविवार की रात पंडाल और सजावट का काम चल रहा था. रविवार को आयी तेज आंधी-तूफान ने टेंट और सजावट को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. क्षतिग्रस्त मंडप को देख लड़की के पिता इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके और अचानक ह्रदय गति रुकने से उनकी मौत हो गयी. घर में खुशी का माहौल मातम में बदल गया. परिवार के चीत्कार से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. बेटी की डोली की जगह घर से पिता की अर्थी उठाने की लोग तैयारी करने लगे.

Also Read: CUET UG: एग्जाम सिटी स्लिप जारी, परीक्षा के तीन दिन पहले जारी होगा एडमिट कार्ड, जानें परीक्षा से जुड़ी बातें
इलाके में पसरा सन्नाटा

परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. सभी मेहमान बेटी की डोली उठने से पहले उसके पिता की अर्थी जुलूस में शामिल हुए. कहलगांव के उत्तर वाहिनी गंगा तट पर दाह संस्कार हुआ. इस घटना से क्षेत्र में शोक है. सन्हौला प्रखंड 20 सूत्री के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद मंडल ने गहरा शोक व्यक्त कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व इस दुःख की घड़ी में परिवार को दुःख सहने की शक्ति दे, हम सब गांव समाज के लोग इनके साथ खड़े हैं.

Next Article

Exit mobile version