पटना. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत अब दो वर्षीय आइटीआइ डिप्लोमा और बीएड के लिए भी विद्यार्थियों को लोन देने का प्रस्ताव शिक्षा विभाग ने पारित किया है. इसके साथ ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के स्नातक व स्नातकोत्तर स्तरीय 30 नये पाठ्यक्रम को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा गया है.
एमटेक के सात नए कोर्स जोड़े गए
इसमें एमटेक में सात नये कोर्स जोड़े गये हैं. इसमें थर्मल इंजीनियरिंग, मशीन डिजाइन, जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग समेत अन्य कोर्स को शामिल किया गया है. इसके साथ ही पांच वर्षीय एमटेक इंटिग्रेडेट में एक नये कोर्स ड्यूअल स्पेशिलाइजेशन को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा गया है.
जोड़े गए पोलिटेक्निक डिप्लोमा के सभी ब्रांच
इसके अलावा बीटेक में 15 नये कोर्स सीएइ- साइबर सिक्योरिटी, सीएसइ डेटा साइंस, आइओटी एंड साइबर सिक्योरिटी, नेटवर्क्स समेत अन्य कोर्स को जोड़ा गया है. इसके अलावा तीन साल के पोलिटेक्निक डिप्लोमा के सभी ब्रांच, चार वर्षीय बैचलर्स इन फैशन टेक्नोलॉजी, मास्टर्स इन फैशन टेक्नोलॉजी और दो वर्षीय आइटीआइ डिप्लोमा के सभी ब्रांच को शामिल किया गया है.
30 नए कोर्स किए गए शामिल
एससीइआरटी के डायरेक्टर सज्जन आर ने बताया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दो वर्षीय आइटीआइ डिप्लोमा, बीएड के साथ ही साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जुड़े 30 नये कोर्स को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में कुछ अन्य बदलाव भी किये जाने पर विचार किया जा रहा है. इसमें राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए भी एक मानक तय किया जायेगा.
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में इन कोर्स को किया गया शामिल
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एमटेक
थर्मल इंजीनियरिंग, मशीन डिजाइन, जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग, माइक्रो-इलेक्ट्रोनिक्स एंड एलएसआइ टेक्नोलॉजी, पावर सिस्टम, ड्यूअल स्पेशलाइजेशन
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एमटेक इंटिग्रेटेड
ड्यूअल स्पेशलाइजेशन इंजीनियिरिंग के सभी ब्रांच
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बीटेक
सीएसइ – साइबर सिक्योरिटी, सीएसइ – डेटा साइंस, सीएसइ – आइओटी एंड साइबर सिक्योरिटी के साथ ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी, सीएसइ -नेटवर्क्स, सीएसइ – आइओटी, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंट इंजीनियरिंग, थ्रीडी एनिमेशन एंड ग्राफिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग, केमिकल इंजीनियरिंग, फॉरेंसिक साइंस टेक्नोलॉजी, फायर टेक्नोलॉजी एंड सेफ्टी, बायोमेडिकल एंड रोबोटिक्स इंजीनियरिंग, फूड प्रोसेसिंग एंड प्रीजर्वेशन, लेदर टेक्नोलॉजी, इन्वायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी, सिरामिक इंजीनियरिंग और ड्यूअल स्पेशलाइजेशन.