डीपीएस पटना के कक्षा 10वीं में पढ़ने वाले अक्षित कुमार लाल ने आर्टिफिशियल एंटेलिजेंस सॉफ्ट वेयर का इस्तेमाल कर सीसीटीवी कैमरा तैयार किया है. इस कैमरे की खासियत है कि यह आग लगने, चोरी होने, अपरीचित लोगों की पहचान करते हुए यूजर्स को अलार्म, फोन कॉल और मैसेज के माध्यम से अलर्ट करता है. अक्षित बताते हैं कि यह प्रोजेक्ट नेशनल साइंस कांग्रेस के लिये भी सेलेक्ट किया गया है. इसके साथ ही नवंबर में होने वाले इंडिया इंटरनेशनल इनवेंशन एक्सपो के लिये भी चयनित किया गया है.
मुजफ्फरपुर की रहने वाली ज्योति राज ने स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिये खास उपकरण तैयार किया है. स्टॉप यूरिनेशन नाम का यह उपकरण खुले में पेशाब करने व गंदगी फैलाने वालों को अलर्ट करता है. ज्योति बताती हैं कि इस उपकरण में लगे सेंसर और स्पीकर गंदगी फैलाने वालों को डिटेक्ट कर उन्हें अलर्ट करते हैं. इस उपकरण में पावर बैकअप के लिये सोलर एनर्जी का उपयोग किया गया है. ज्योति मुजफ्फरपुर के गर्वनमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्रा हैं. वे बताती हैं कि उनका प्रोजेक्ट साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से नेशनल लेवल पर होने वाली प्रतियोगिता के लिये चयनित किया है.
हाजीपुर के रहने वाले राजा केसरी ने स्मार्ट हेलमेट तैयार किया है जो लोगों के ट्रैफिक नियमों के पालन के लिये बाध्य करता है. इस हेलमेट की खासियत यह कि इसे पहने बगैर आपकी बाइक स्टार्ट नहीं होगी. इसके लिये बाइक के इंजन में एक सेंसर लगाया जाता है जो हेलमेट से कनेक्ट रहता है. इसके साथ ही यह हेलमेट और बाइक में लगे सेंसर बाइक को चोरी होने से भी बचाते हैं. राजा बताते हैं कि हेलमेट में अल्कोहल ट्रैकिंग सेंसर भी लगाया गया है, जो शराब का सेवन कर गाड़ी चलाने से रोकती है. राजा बताते हैं कि उनका यह प्रोजेक्ट इंडियन यंग इनोवेटर एंड इंवेटर्स प्रतियोगिता में प्रोजेक्ट का सेलेक्शन किया गया है.
मुजफ्फरपुर से र्गवनमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्रा निशा कुमारी ने स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिये स्मार्ट डस्टबीन तैयार किया है. इस डस्टबीन में कचरा फेंकने पर गीला और सूखा कचरा खुद ही अलग हिस्से में चला जाता है. डस्टबिन में लगे सेंसर और मोटर कचरा को अलग करते हैं. निशा बताती हैं कि उनका यह प्रजोक्ट 16 नवंबर को गोवा में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल इवेंट के लिये चयनित किया गया है.