Bihar: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआइ और इडी की कार्रवाई के बाद भाजपा काफी हमलावर है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू परिवार के परिसरों पर जांच एजेंसियों के छापे पर नीतीश कुमार चाहे जो बयान दें, लेकिन सबसे ज्यादा खुश भी वही हैं. जांच-पूछताछ की कार्रवाई के कारण तेजस्वी प्रसाद यादव को जल्द मुख्यमंत्री बनाने का राजद का दबाव टल गया है. यह जदयू के लिए राहत की बात है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के कहने पर ललन सिंह ने सीबीआइ को सबूत के कागजात उपलब्ध कराये. उन्हें पता है कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सहित सभी 16 आरोपितों का जेल जाना तय है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जांच की धीमी गति पर सवाल उठा रहे हैं. दरअसल, वे चाहते हैं कि जांच तेज हो, अभियुक्तों को सजा जल्द हो और वे 2025 तक मुख्यमंत्री बने रहें. गौरतलब है कि मामले में की जांच के लिए जदयू जब एनडीए का हिस्सा थी तब ललन सिंह ने पीआइएल फाइल किया था.
रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने लालू परिवार पर सीबीआइ रेड के मामले पर कहा कि कानून अपना काम करेगा.इसमें किसी पार्टी या सरकार का कोई लेना- देना नहीं है.लालूजी पर केस करने वाले सभी अभी उनके साथ हैं.पारस रविवार को पार्टी कार्यालय में लोजपा (आर) की प्रवक्ता देवजानी मित्रा के रालोजपा में शामिल होने के अवसर पर आयोजित समारोह के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.उन्हानें कहा कि पार्टी की ओर से देवजानी मित्रा को रालोजपा की सदस्यता ग्रहण करा कर राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि बिहार विधान परिषद के शिक्षक व स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए हो रहे चुनाव में भाजपा के पांचों प्रत्याशी बड़ी बढ़त से जीतेगें.पांचों एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में रालोजपा के नेता व कार्यकर्ता तन- मन से सहयोग करेंगें.