Bihar News: बिहार में पटाखे की वजह से कई जगहों पर दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं सामने आयी हैं. मुजफ्फरपुर में शनिवार की रात पटाखा चलाने के दौरान रॉकेट उड़ कर एक युवक की गर्दन में लग गया. इससे युवक के गर्दन के ऊपर का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया और वह घटनास्थल पर ही गिर गया. परिजन उसे लेकर एसकेएमसीएच पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. मौत के सूचना मिलते ही परिवार के लोगों में कोहराम मच गया. वहीं एक बच्चे के आंख में जाकर रॉकेट लग गया. जिससे बच्चा जख्मी हो गया है.
मुजफ्फरपुर में रॉकेट से जख्मी होकर जान गंवाने वाले युवक की पहचान शिवहर जिले के श्यामपुर भटहां थाना के रामवन निवासी देवनारायण कुंवर के पुत्र मुकेश कुमार के रूप में हुई. मुकेश शिक्षक थे. उनका भाई पूर्व मुखिया है. एसकेएमसीएच पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा जायेगा. बताया जाता है कि मुकेश वर्तमान में अहियापुर में परिवार के साथ रहते थे. आसपास पटाखा चल रहा था. इसी बीच एक रॉकेट आग लगने के बाद सीधे उनकी गर्दन में जाकर फंसकर फट गया. श्यामपुर भटहां थानेदार रोहित कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर तहकीकात करायी गयी है. घटनास्थल मुजफ्फरपुर जिले की है.
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मीनापुर में भी पटाखा चलाने के दौरान दस साल का एक बच्चा जख्मी हो गया. देररात उसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है. उसकी पहचान माणिकपुरनिवासी शत्रुघ्न सहनी के पुत्र प्रिंस कुमार के रूप में हुई है. बताया जाता है कि छठ पर्व पर वह अपने मौसा मनीष सहनी के यहां गया था. देर शाम पटाखा छोड़ने के दौरान रॉकेट उसकी आंख में जा लगा. इसके बाद उसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
जमुई जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के भौंड़ गांव में पटाखा छोड़ने के दौरान एक छात्र झुलस गया. परिजन द्वारा छात्र को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. बताया जाता है कि छात्र पटाखा छोड़ रहा था. जैसे ही पटाखे में आग लगायी, अचानक भभकते हुए आवाज हुई. इससे छात्र का मुंह और दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गया. फिलहाल छात्र का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
गौरतलब है कि एक दिन पहले शुक्रवार की शाम को गोपालगंज जिले के फुलवरिया थाने के सहायक श्रीपुर ओपी स्थित श्रीपुर रकबा खाप में अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्री में जोरदार ब्लास्ट हुआ था. पटाखा ब्लास्ट के दौरान फैक्ट्री में काम कर रहे तीन किशोर झुलस गये, जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल लाया गया. वहां से डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया. हादसा इतना दर्दनाक था कि पूरा गांव दहल उठा था. रकबा गांव में पिछले एक साल से अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम चल रहा था. यूपी के रहनेवाले पटाखा कारोबारी मूंगफली मियां उर्फ मोहद्दीनपुर मियां द्वारा आसपास के छोटे-छोटे बच्चों से पटाखा बनाने का काम लिया जा रहा था. शुक्रवार को भी वही हो रहा था. बारूद से पटाखा बनाने का काम चल रहा था, तभी अचानक से ब्लास्ट हो गया और तीन किशोर झुलस गये थे. मीरगंज शहर में बीते दो अक्टूबर को अवैध रूप से संचालित अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ था. पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में एक महिला की मौत हो गयी थी.