बिहार: ‘फ्लाइट पकड़कर आ जायेंगे, पर स्कूल कहां है? गुजरात से वेतन उठाने वाली टीचर और हेडमास्टर की रिकॉर्डिंग..
बिहार के खगड़िया की एक शिक्षिका गुजरात में रहकर वेतन उठाती रहीं. अब एक कथित कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो रहा है जिसमें शिक्षिका और हेडमास्टर के बीच की बातचीत का दावा है. हवाई जहाज से आने की बात शिक्षिका कर रही हैं.
Bihar Teacher News: खगड़िया में प्राथमिक विद्यालय विद्याधार वार्ड नंबर चार के एचएम विकास कुमार से मोबाइल पर बातचीत के दौरान सहायक शिक्षिका सीमा कुमारी कुछ इस तरह अपना दर्द बयां कर रही हैं. शिक्षा मंत्री के सामने फफक फफक कर फरियाद लगाने वाली सहायक शिक्षिका का फरवरी महीने में बीईओ के निरीक्षण के बाद प्रतिनियोजित विद्यालय के एचएम से बातचीत की कॉल रिकार्डिंग वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में प्रतिनियोजन के नाम पर लाखों के खेल का मामला एक बार फिर चर्चा में है. हालांकि प्रभात खबर इस ऑडियो रिकार्डिंग की पुष्टि नहीं करता है.
बीइओ के निरीक्षण के दौरान खुलासा
इधर, दो फरवरी को बीइओ के निरीक्षण के दौरान खुलासा बाद डीईओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी गयी. लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है. बीते दिनों कटिहार जाने के क्रम में खगड़िया सर्किट हाउस में रुके शिक्षा मंत्री प्रो चन्द्रशेखर को सहायक शिक्षिका ने आवेदन देकर बीईओ पर परेशान करने का आरोप लगा कर चर्चा में आयी थी.
Also Read: बिहार की शिक्षिका गुजरात में रहकर लगवाती रहीं हाजिरी, कॉल रिकॉर्डिंग से ऐसे खुल गया सारा पोल…
एचएम विकास कुमार से बातचीत की ऑडियो वायरल
अपने आवेदन में शिक्षिका ने लगातार ड्यूटी करने का दावा किया है लेकिन 2 फरवरी को तत्कालीन प्रतिनियोजित विद्यालय के एचएम विकास कुमार से बातचीत की ऑडियो रिकार्डिंग कुछ और ही कहानी कह रही है.
विद्यालय का मुंह तक देखने नहीं आयीं शिक्षिका
इधर, एचएम विकास कुमार ने डीपीओ स्थापना को लिखित जवाब में कहा है कि 6 सितंबर 2022 को प्रतिनियोजन के बाद से सहायक शिक्षिका सीमा कुमारी 2 फरवरी 2023 तक बीते पांच महीने में कभी विद्यालय का मुंह तक देखने नहीं आयी. बहरहाल, पूरे मामले में दो महीने से कार्रवाई की फाइल डीईओ कार्यालय में दबी हुई है.
प्रावि विद्याधार के एचएम व शिक्षिका के बीच बातचीत के कुछ अंश
-
एचएम : स्कूल आप ज्वाइन कीजियेगा या नहीं
शिक्षिका : अभी भी सवाल बना हुआ है.
-
एचएम : वे (बीईओ) आपको सबसे पहले स्कूल में देखना चाहते हैं, स्कूल करना है कि नहीं, ये जानना चाहते हैं…
शिक्षिका : हम तो बिल्कुल आश्वस्त हो गये थे कि बात हो गयी होगी, क्योंकि अभी भी हम बाहर हैं, आने में टाइम तो लगेगा.
-
एचएम : ठीक है, यही बात आप खुद बीइओ सर से बात करके बोल सकती हैं.
शिक्षिका: बीईओ सर का नेचर कैसा है.
-
एचएम : बहुत अच्छा है.
शिक्षिका : अगर हम स्कूल जाते हैं तो कंटीन्यू करना होगा. रजिस्टर भी देखे थे क्या?
-
एचएम : पदाधिकारी सब समझते हैं.
शिक्षिका : क्या बोले, अभी आने के कंडीशन में नहीं हैं, कितना भी कोशिश करेंगे फिर भी थोड़ा टाइम लग जायेगा.
-
एचएम : हम अपने डरे हुए हैं, पिछले महीने मेरी शादी हुई है, उसको भी सब पता है, क्या बताएं मेरा क्या हाल है.
– शिक्षिका : मेरी बेटी का फाइनल एग्जाम है, न उसके लेके जा सकते हैं और ना छोड़ सकते हैं. ये मामला शांत नहीं होगा क्या?
-
एचएम : नहीं, नहीं ये मामला शांत नहीं होगा. नहीं तो हम भी चले जायेंगे.
शिक्षिका : ठीक है जरूरी होगा तो हम फ्लाइट पकड़ कर आ जायेंगे लेकिन स्कूल कहां पर है विद्याधार में, हमको तो पता ही नहीं है.
एचएम : ठीक है पहले आकर मामला सलटिये ना.