बिहार शिक्षक नियोजन: नीतियों की गड़बड़ियां होंगी दूर,विभाग ने बनायी कमेटी, जाने 7वें चरण पर क्या होगा असर
एक तरफ जहां सातवें चरण की बहाली को लेकर CTET, STET और BTET पास अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं सरकार की तैयारी जोरों पर चल रही है. बिहार में शिक्षक नियोजन की नीतियों में विसंगतियों को जल्द दूर किया जाएगा. इसके लिए शिक्षा विभाग के द्वारा एक कमेटी का निर्माण किया गया है.
बिहार में शिक्षक नियोजन की तैयारी जोरों पर चल रही है. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नियोजन नीतियों की विसंगतियों को दूर करने को लेकर भी कवायद शुरु हो गयी है. अब शिक्षा विभाग के द्वारा अभ्यर्थियों के हित में एक कमेटी का निर्माण किया गया है. ये कमेटी नियोजन नीतियों में गड़बड़ी की पहचान करेगी. इसके साथ ही उन कमियों को दूर करने के लिए सुझाव भी देगी. कमेटी के द्वारा जल्द रिपोर्ट दी जाएगी. हालांकि इस कमेटी का सांतवे चरण की बहाली में क्या असर पडे़गा ये अभी साफ नहीं है.
तेजस्वी यादव ने दिया था जल्द बहाली का आश्वासन
सातवें चरण की बहाली को लेकर CTET, STET और BTET पास अभ्यर्थी एक अगस्त के पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले सप्ताह ही डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इसमें 25 से ज्यादा अभ्यर्थी घायल हुए थे. इसके बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने छात्रों से अपील की थी कि वो शांति बनाएं रखें. सातवें चरण की बहाली जल्द होगी. तेजस्वी यादव के आश्वासन के बाद विभाग में बहाली प्रक्रिया को लेकर तेजी देखने को मिल रही है.
70 हजार से ज्यादा सीटों पर होनी है बहाली
बिहार शिक्षक नियोजन के सातवें चरण में 70 हजार से ज्यादा सीटों पर बहाली होनी है. इसमें राज्य के 6421 उच्च माध्यमिक स्कूलों में सबसे अधिक 49361 पद सृजित हैं. अगर छठे चरण में उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन में संभावित 17000 और कुछ अन्य विषयों के रिक्त पद को जोड़ दें, सातवें चरण के लिए कुल रिक्तियां 70 हजार से अधिक हो सकेंगी. बताया जा रहा है कि इनमें करीब 50 फीसदी रिक्तियां प्रोन्नति से भरे जाने पर गंभीरता से विचार चल रहा है. हालांकि अब सब कुछ कमेटी के रिपोर्ट पर निर्भर करेगा.