बिहार के प्राइमरी से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर के स्कूलों में उर्दू, फारसी तथा अरबी विषय के शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति के लिए विशेष टीइटी व एसटीइटी होगा. इसके बाद विशेष भर्ती अभियान से 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति होगी. शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने विशेष टीइटी तथा एसटीइटी के लिए नियमावली और कार्य योजना 15 दिनों में बनाने का निर्देश अफसरों को दिया है. टीइटी के लिए उर्दू, फारसी और अरबी विषयों के कक्षा एक से पांच तक के लिए पेपर एक तथा कक्षा छह से आठ पेपर दो होगा. एसटीइटी के उर्दू, फारसी और अरबी विषय के कक्षा नौ से 10 के लिए पेपर एक तथा कक्षा 11 से 12 के लिए पेपर दो होगा.
कक्षा एक से पांच तक में 11 हजार से ज्यादा पद रिक्त
राज्य के सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में उर्दू, फारसी तथा अरबी विषय के शिक्षकों के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं. साथ ही छात्र-शिक्षक अनुपात को दुरुस्त करने के लिए पद सृजित करने की भी तैयारी है. कुल मिलाकर आने वाले दिनों में उर्दू, फारसी व अरबी विषयों में करीब 25 हजार पदों पर नियुक्ति की जायेगी. इसके लिए विशेष टीइटी एवं एसटीइटी होगा. शिक्षा मंत्री प्राे चंद्रशेखर के मुताबिक उर्दू विषय के लिए कक्षा एक से पांच तक 30032 स्वीकृत पद हैं. इसमें 18666 शिक्षक ही कार्यरत हैं. यानी 11366 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इसी प्रकार कक्षा छह से आठ तक के लिए 3794 पद स्वीकृत हैं. इसके विरुद्ध सिर्फ 2645 शिक्षक ही कार्यरत हैं और 1149 पद रिक्त हैं.
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शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षक-छात्र अनुपात की पूर्ति के लिए कक्षा एक से पांच तक 4580 शिक्षक तथा कक्षा छह से आठ तक के लिए 2810 शिक्षकों के अतिरिक्त पद सृजन की आवश्यकता होगी. इस प्रकार कक्षा एक से आठ तक उर्दू विषय के लिए कुल 19905 पदों के लिए नियोजन कराया जायेगा. माध्यमिक स्कूलों में उर्दू में 2000, फारसी में 600 तथा अरबी में 300 पद ( कुल 2900) का सृजन किया जायेगा. उच्च माध्यमिक शिक्षकों में उर्दू के लिए 2000, फारसी के लिए 400 तथा अरबी के लिए 200 पद (कुल 2600 पद) का सृजन किया जायेगा. इस प्रकार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू, फारसी एवं अरबी विषयों के लिए लगभग 5500 की रिक्तियां आने वाले दिनों में भरी जायेंगी.