Bihar: अगस्त के पहले हफ्ते में शुरू होगी 7वें फेज की शिक्षक बहाली, छठे फेज के अभ्यर्थियों को मिलेगा मौका
बिहार में अगस्त के पहले सप्ताह में 7वें फेज की शिक्षक बहाली शुरू होगी. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इस बात का एलान करते हुए कहा है कि हर हाल में इस बार बहाली प्रक्रिया शुरू की जायेगी. शिक्षा विभाग ने जुलाई में नियुक्ति का शेड्यूल जारी करने का भरोसा दिया है.
पटना. बिहार में अगस्त के पहले सप्ताह में 7वें फेज की शिक्षक बहाली शुरू होगी. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इस बात का एलान करते हुए कहा है कि हर हाल में इस बार बहाली प्रक्रिया शुरू की जायेगी. शिक्षा विभाग ने जुलाई में नियुक्ति का शेड्यूल जारी करने का भरोसा दिया है.
30 जून तक मांगी गयी रिक्तियां
विभाग ने इस सिलसिले में सभी जिलों के डीईओ से रिक्ति संबंधी जानकारी मांगी है. 30 जून तक विद्यालय और नियोजन इकाई वार रिक्तियों की जानकारी मांगी गयी है. 15 जुलाई तक रिक्त पदों के अनुसार रोस्टर बिंदू के क्लियरेंस का आदेश दे दिया जाएगा. इसके बाद 25 जुलाई तक रिक्त पदों को पोर्टल पर अपलोड करने की योजना है.
शिक्षक बहाली की बढ़ी उम्मीद
इससे पूर्व शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस बात के संकेत दिये थे कि अब जिन नियोजन इकाइयों में एक बार भी चयन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है उन्हें सातवें चरण में शामिल करते हुए अगले चरण की शिक्षक काउंसिलिंग शुरू की जाएगी. शिक्षा विभाग के इस निर्णय से कई सालों से शिक्षक बहाली की उम्मीद लगाए अभ्यर्थियों की उम्मीद बढ़ गयी है.
2019 के जुलाई महीने में शुरू हुई थी
छठे चरण में प्रारंभिक शिक्षकों के 90762 पदों पर नियोजन की प्रक्रिया वर्ष 2019 के जुलाई महीने में शुरू की गयी थी. यह प्रक्रिया विशेष काउंसिलिंग चक्र के तहत 18 अप्रैल तक चलायी गयी. इस दौरान लगभग 42000 शिक्षकों का चयन हुआ. चयनित शिक्षकों को विभिन्न स्कूलों में नियुक्ति भी मिल गई है. इसके अलावा करीब डेढ़ सौ ऐसी नियोजन इकाइयां हैं, जो नगर पंचायत में उत्क्रमित होने की वजह से नियोजन की प्रक्रिया शुरू नहीं कर पाईं.
यह निर्णय आवश्यक था
ऐसी नियोजन इकाइयों को अब सातवें चरण में शामिल करने के संकेत शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दिया है. उन्होंने कहा है कि ‘ यह निर्णय आवश्यक था. छठा चरण काफी दिनों तक चला. कुछ नियोजन इकाइयों में चयन प्रक्रिया नहीं हो पायी. कुछ को लेकर सारी नियोजन इकाइयों की रिक्तियों को लंबित रखने से बेहतर है कि सातवें चरण की नयी प्रक्रिया शुरू की जाए’
विषय वार रिक्तियों की गणना करे
टीईटी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा है कि सरकार को सबसे पहले रिक्तियों की पुनर्गणना करनी चाहिए. सरकार अब तक 2011 की रिक्तियों के आधार पर बहाली कर रही है. सच यह है कि 2011 के बाद बिहार में बच्चों और विद्यालयों की संख्या बढ़ी है. विषयवार कितने शिक्षक चाहिए यह साफ होना चाहिए. एक विद्यालय में कम से कम एक गणित, एक विज्ञान, एक भाषा और एक सामाजिक विज्ञान का शिक्षक तो होना ही चाहिए, लेकिन ऐसा अब तक नहीं हो पाया है.