केके पाठक के खिलाफ सड़क पर उतरा बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा, जानिए क्यों मोर्चा कर रही है तबादले की मांग
11 जुलाई 2023 को शांतिपूर्ण धरना में शामिल शिक्षकों के ऊपर विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई को अविलंब वापस लेने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की दशकों से चली आ रही पर्व त्योहार के घोषित अवकाश को मनमाने तरीके से समाप्त कर दिया गया है
बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के तबादले की मांग की है. मोर्चा के संरक्षक व पालीगंज के विधायक डॉ संदीप सौरभ ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बिना शर्त राज्यकर्मी बनाये जाने को लेकर नियोजित शिक्षकों की लंबित मांगों को पर की गयी घोषणा व आश्वासन के लिए बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है. राज्य सरकार से अपील करते हुए की गयी घोषणा व आश्वासन को पूरा कर सभी नियोजित शिक्षकों को जल्द से जल्द बिना शर्त राज्यकर्मी घोषित करने का आग्रह किया है.
इसके साथ ही सभी शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांतरण की व्यवस्था करने की भी मांग की है. वहीं 11 जुलाई 2023 को शांतिपूर्ण धरना में शामिल शिक्षकों के ऊपर विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई को अविलंब वापस लेने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की दशकों से चली आ रही पर्व त्योहार के घोषित अवकाश को मनमाने तरीके से समाप्त कर दिया गया है, जबकि घोषित 60 दिनों के अवकाश एवं 52 रविवार अवकाश के बावजूद 253 दिनों का कार्य दिवस होता है. मौके पर संजीव कुमार, महेश कुमार भूषण कुमार, मुकेश कुमार राज, नसीम अख्तर, बच्चू कुमार, मनोज कुमार, धनंजय कुमार, रंजन गुप्ता, मो. शमशाद मौजूद रहे.