खुशखबरी! बिहार के शिक्षकों को दूसरे लॉकडाउन की अवधि का मिलेगा मेहनताना, शिक्षा विभाग ने जारी की राशि
शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार 55 कार्य दिवसों के पारश्रमिक का भुगतान किया जाना है. अतिथि शिक्षकों को उनके पारिश्रमिक की राशि सीएफएमस के जरिये उनके बैंक खाते में डाली जायेगी. शिक्षा विभाग ने इस स्थिति से महालेखाकार को अवगत करा दिया गया है
बिहार में उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में पढ़ा रहे 4050 अतिथि शिक्षकों को दूसरे लॉकडाउन अवधि के पारिश्रमिक का भुगतान किया जायेगा. इन अतिथि शिक्षकों को 22.75 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है. शिक्षा विभाग ने करीब डेढ़ साल बाद अब जाकर उनके पारिश्रमिक भुगतान के लिए राशि स्वीकृत की है.
अतिथि शिक्षकों के पारिश्रमिक का होगा भुगतान
शिक्षा विभाग से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक चार हजार से अधिक इन अतिथि शिक्षकों का कोविड-19 के दूसरे लॉकडाउन की अवधि एक अप्रैल, 2021 से 11 जुलाई, 2021 तक का पारिश्रमिक का भुगतान किया जाना है. इस अवधि के पारिश्रमिक भुगतान के लिए शिक्षकों ने उच्च न्यायालय पटना में याचिका दाखिल की थी. इस संदर्भ में 12 जनवरी को एक न्यायादेश पारित किया गया था, जिसमें भुगतान का आदेश दिया गया था.
55 कार्य दिवसों के पारश्रमिक का भुगतान
एक अप्रैल, 2021 से 11 जुलाई, 2021 की अवधि के शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार 55 कार्य दिवसों के पारश्रमिक का भुगतान किया जाना है. अतिथि शिक्षकों को उनके पारिश्रमिक की राशि सीएफएमस के जरिये उनके बैंक खाते में डाली जायेगी. शिक्षा विभाग ने इस स्थिति से महालेखाकार को अवगत करा दिया गया है. सरकार के उपसचिव ने सभी जिला पदाधिकारियों को बता दिया है कि इस राशि का उपयोग किसी दूसरे मद में नहीं किया जाना चाहिए.
आवंटन के बाद भी नहीं हो रहा भुगतान
प्रदेश में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों के शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन और बकाये का भुगतान करीब दो महीनों से बकाया है, जबकि सरकार उनके वेतन भुगतान के लिए राशि जारी कर चुकी है. शिक्षा विभाग ने इस मामले को संज्ञान में लिया है. इसे अनुशासन हीनता मानते हुए विभागीय अफसरों ने सभी क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशकों एवं जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सख्त पत्र लिखा है.
पत्र में संबंधित अफसरों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की बात कही गयी है. सभी क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशकों से कहा है कि इस महीने के अंतिम सप्ताह में किसी दिन औचक निरीक्षण कर बकाया वेतन की मॉनीटरिंग करें. जानकारी के मुताबिक ऐसे हजारों शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन भुगतान एक से दो माह तक का बकाया है.