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मलेरिया मुक्त होने की ओर बिहार, सात पहाड़ी जिलों तक सिमटी बीमारी, इस साल कोई मौत नहीं

बिहार के पहाड़ी सात जिलों में मलेरिया के मरीजों की पहचान हुई है. इस वर्ष सिर्फ 70 नये मलेरिया के मरीज पाये गये हैं. इसमें किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. हालांकि पिछले वर्ष 2021 में सिर्फ नवादा जिले में सर्वाधिक 196 मलेरिया के पीड़ित मरीज पाये गये थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2022 2:20 PM

पटना. बिहार के पहाड़ी सात जिलों में मलेरिया के मरीजों की पहचान हुई है. इस वर्ष सिर्फ 70 नये मलेरिया के मरीज पाये गये हैं. इसमें किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. हालांकि पिछले वर्ष 2021 में सिर्फ नवादा जिले में सर्वाधिक 196 मलेरिया के पीड़ित मरीज पाये गये थे. मलेरिया नियंत्रण को लेकर जून में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिन जिलों में अभी तक मलेरिया के मरीज पाये गये हैं उनमें कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई और मुंगेर जिले शामिल हैं.

मलेरिया के मामले में आ रही कमी

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विगत वर्ष जारी वर्ल्ड मलेरिया रिपोर्ट के मुताबिक मलेरिया से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत ही एक देश है. जहां वर्ष 2018 की तुलना में 2019 में मलेरिया केसे में 17.6 फीसदी की कमी आयी है. वर्ष 2018 की तुलना में 2019 में एनुअल पारासाईटिक इन्सीडेंस में भी 27.6 फीसदी की कमी देखी गयी है. इस वर्ष भी कमी का क्रम जारी है. बिहार में भी मलेरिया के मामलों में कमी दर्ज हुई है.

एंटी मलेरिया माह के तहत जून में हो रहे कई कार्यक्रम

पांडेय ने आगे कहा कि इसको आगे बढ़ाते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जून में एंटी मलेरिया माह के रूप में मना रहा है. विभाग द्वारा राज्य के मलेरिया से अति प्रभावित जिलों व उसके सीमावर्ती क्षेत्रों, जनजातीय एवं प्रवासी लोगों में जागरुकता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. मलेरिया पर जन-जागरूकता को बढ़ाने के लिए पंचायती राज, अन्य सरकारी विभाग एवं स्टेक होल्डर्स के सहयोग से कार्यशाला भी हो रही है.

लोगों को किया जा रहा जागरूक

एंटी मलेरिया माह के दौरान राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया संबंधी पोस्टर बनाकर, स्लोगन लिखकर और खुली प्रतियोगिता के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर आमजनों को जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग राज्य के मलेरिया से अति प्रभावित जिलों व उसके सीमावर्ती क्षेत्रों, जनजातीय एवं प्रवासी लोगों में जागरुकता बढ़ाने पर विशेष जोर दे रहा है.

होंगे कई प्रतियोगिताएं 

मलेरिया पर जन-जागरुकता को बढ़ाने के लिए पंचायती राज, अन्य सरकारी विभाग एवं स्टेकहोल्डर्स के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है. इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और खुली प्रतियोगिता का आयोजन माय गवर्मेंट पोर्टल पर किया जायेगा. प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागी को प्रशस्ति पत्र राष्ट्रीय, राज्य, जिला और प्रखंड स्तर पर दिया जायेगा.

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