Bihar News : निर्मली और तमुरिया के बीच 122 की स्पीड से दौड़ा रेल इंजन, 19 फरवरी को होगा सीआरएस निरीक्षण

पूर्व मध्य रेलवे के नवनिर्मित स्टेशन निर्मली और तमुरिया के बीच मंगलवार को रेल इंजन का स्पीड ट्रायल किया गया. इससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 16, 2022 7:02 AM

झंझारपुर (मधुबनी): पूर्व मध्य रेलवे के नवनिर्मित स्टेशन निर्मली और तमुरिया के बीच मंगलवार को रेल इंजन का स्पीड ट्रायल किया गया. इससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है. जानकारी के अनुसार 122 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से इंजन को दौड़ाया गया. 24 किमी दूरी 13 से 14 मिनट में तय हुई. वापसी में भी यही रफ्तार रही. रेल इंजन के पटरी पर दौड़ने के बाद 19 फरवरी को सीआरएस का निरीक्षण किया जाएगा.

रेल अधिकारी नलिन बिहारी ने इसकी जानकारी दी है. रेल इंजन ट्रायल को लेकर सुबह से ही लोग तमोरिया व निर्मली स्टेशन पर रेल इंजन का झलक पाने के लिए मौजूद थे. स्पीड ट्राई के बाद सीआरएस निरीक्षण की तिथि निर्धारित की जाएगी. आने वाले समय में जल्द ही इस रेल पटरी पर दरभंगा झंझारपुर निर्मली होते हुए फारबिसगंज के रास्ते में लाइन चालू होने की लोगों में उम्मीद जगी है.

62 किलोमीटर रेल पटरी का निर्माण

गौरतलब हो कि सकरी- झंझारपुर-निर्मली और रेल खंड की लम्बाई करीब 62 किलोमीटर है. झंझारपुर निर्मली रेल खंड में दीप, तमुरिया, घोघरडीहा, निमुआं, घोघरडीहा, परसा, चिकना निर्मली आदि स्टेशन व हाल्ट पड़ते हैं. दोनों रेल खंड को बड़ी रेल लाइन में बदलने की घोषणा 17 वर्ष पूर्व हुई. जिसको लेकर दो-दो बार शिलान्यास भी किया गया. 15 सितंबर 2016 को इसके लिए प्रथम फेज में झंझारपुर और घोघरडीहा के बीच मेगा ब्लाक लिया गया.

परियोजना की लागत 622 करोड़

इस रेल परियोजना की संशोधित कलागत 6 सौ करोड़ से अधिक की है. रेल खंडों में 20 अधिक बड़े और 100 सौ के करीब लघु पुल का निर्माण किया गया है. मिथिलांचल-सीमांचल का रेल नेटवर्क जुड़ाव से 30 लाख आबादी लाभान्वित होगा. मिथिलांचल को सीमांचल से जोड़ने वाला यह रेलखंड 1934 से बंद है.

इस रेलखंड को फिर से चालू करने के लिए 2012 में आमान परिवर्तन का कार्य शुरू किया गया था. बीते 10 सालों में आमान परिवर्तन के तहत इस रेलखंड में ट्रैक बिछाने से लेकर स्टेशनों के भवन, प्लेटफार्म, छोटे छोटे पुल पुलिया के अलावा कोसी पर महासेतु का निर्माण हो चुका है. अब जैसे ही ट्रेन का परिचालन शुरु होगा झंझारपुर से निर्मली- सहरसा तक की करीब 30 लाख आबादी छह साल बाद रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगी.

अभी दरभंगा से झंझारपुर तक आ रही ट्रेन

दरभंगा से झंझारपुर तक ट्रेन सेवा जारी है. वहीं, सहरसा की ओर से अभी सुपौल जिला के कुपहा तक रेल सेवा जारी है. बीतें दिनों कुपहा से निर्मली तक सीआरएस निरीक्षण के बाद फरवरी माह में ही कुपहा से निर्मली तक रेल सेवा विस्तार होने की संभावना जताई जा रही है. लेकिन निर्मली से झंझारपुर के बीच रेल यातायात शुरु होने में अभी दो तीन महीना लग सकता है.

Next Article

Exit mobile version