बिहार में ट्रांसफर-पोस्टिंग का अब चलेगा दौर, विभागों में अब फेरबदल शुरू कर सकती है नीतीश सरकार!
बिहार में आचार संहिता अब हटा दी गयी है. जिसके बाद अब प्रदेश में सरकार ट्रांसफर पोस्टिंग का दौर शुरू कर सकती है.
बिहार में अब ट्रांसफर-पोस्टिंग का दौर चालू होने की संभावना है. जल्द ही अब विभागों में फेरबदल का काम शुरू हो सकता है. अभी तक इसपर राज्य सरकार के लिए पाबंदी लगी हुई थी लेकिन अब तमाम पाबंदियां हट चुकी हैं. दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता लागू की थी जिसकी अवधि अब समाप्त हो गयी है. आदर्श आचार संहिता हटने के बाद अब फिर एकबार ट्रांसफर-पोस्टिंग की ताकत सरकार के हाथों में आ चुकी है. वहीं सरकार अब नयी विकास के कामों को भी कराने के लिए स्वतंत्र है.
आचार संहिता हटी, अब नयी योजनाओं को भी मिलेगी हरी झंडी
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता की अवधि गुरुवार को समाप्त हो गयी है. इसकी अधिसूचना केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिवालय द्वारा जारी कर दी गयी. आदर्श आचार संहिता के खत्म होते ही राज्य सरकार अब नयी विकास के कार्यों को कराने के लिए स्वतंत्र हो गयी है. राज्य में सरकार अब नयी योजनाओं की घोषणा और उसका कार्यान्वयन करायेगी.आचार संहिता लगने के बाद से ही ऐसे तमाम कामों पर रोक लगा दी जाती है.
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ट्रांसफर-पोस्टिंग का दौर हो सकता है शुरू
वहीं बिहार सरकार अब ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए भी पूरी तरह से स्वतंत्र है. राज्य सरकार अपने सरकारी कर्मचारियों के स्थानांतर-पदस्थापन अब कर सकेगी. इसके लिए उसे आयोग से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है. आचार संहिता के दौरान सरकार अपनी मर्जी से ये काम नहीं कर सकती. आयोग की अनुमति इसके लिए जरूरी हो जाती है. बता दें कि राज्य सरकार द्वारा जून में स्थापना की बैठक होती है और सरकार राज्यव्यापी स्तर पर हर विभागों में अपने पदाधिकारियों और कर्मचारियों का ट्रांसफर करती है. इस माह में 30 जून तक ट्रांसफर होता है. विभागों में इसे लेकर अब चर्चा तेज हो चुकी है.
चुनाव के दौरान भी हुआ तबादला…
गौरतलब है कि चुनाव की घोषणा होने के साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गयी थी. वहीं सारण में इस दौरान चुनावी हिंसा हुई और गोलीबारी में एक युवक की मौत तक हो गयी तो इस दौरान सारण के एसपी का तबादला चुनाव आयोग के निर्देश पर सरकार ने किया था. वहीं अब प्रशासनिक महकमे में भी इसे लेकर चर्चा शुरू है. इस दौरान लंबे अरसे से जमे कर्मी व पदाधिकारियों के तबादले भी हो सकते हैं.