पटना. बिहार में पल-पल बदलते मौसम के मिजाज ने लोगों की सेहत पर भी प्रभाव डाला है. सर्द और गरमी के बीच लोग लगातार वायरल की चपेट में आ रहे हैं. कई लोगों को सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायत हो रही है. पूरा बिहार बुखार से परेशान है. एक ओर कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर डेंगू का संक्रमण भी बढ़ रहा है. बच्चों में निमोनिया और कालाजार के मामले में सामने आ रहे हैं. ऐसे यह खबर आपको थोड़ा सा परेशान कर सकती है कि बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या अस्पतालों में एक बार फिर तिहरे अंकों में पहुंच चुकी है. बिहार में एक बार फिर से कोरोना की नयी लहर के खतरे पैदा होने लगे हैं.
राज्य के अंदर पिछले 24 घंटे में कोरोना के कुल 121 नये केस सामने आये हैं. पटना में सबसे ज्यादा 82 केस मिले हैं. ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि लोगों को डेंगू अपनी चपेट में ले रहा है या फिर कोरोना? आखिर वायरल बुखार किन वजहों से हो रही है. आम तौर पर बुखार के बाद लोग डॉक्टरों के पास नहीं आते. पहले खुद दवा लेते हैं. ऐसे में काफी देर से पता चलता है कि मरीज को किन कारणों से बुखार हो रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में कोरोना संक्रमण को लेकर जो ताजा आंकड़े जारी किये हैं. उसमें पटना के अंदर 24 घंटे में 82 नये मरीजों की पहचान की गयी है. इसके बाद सबसे ज्यादा मरीज भागलपुर में मिले हैं. भागलपुर में 9 मरीजों की पहचान हुई है, जबकि खगड़िया में 5 पूर्णिया में 7, मुंगेर में 6 नये मरीज मिले हैं. बांका बेगूसराय भोजपुर दरभंगा गया जहानाबाद रोहतास सारण शिवहर सीतामढ़ी जैसे जिलों में एक-एक मरीज की पहचान हुई है. नालंदा जिले में 2 नये मरीज मिले हैं.
विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में फिलहाल कोरोना केस 716 एक्टिव केस हैं. बिहार में पिछले दिनों कोरोना के नये मरीज नहीं मिल रहे थे, लेकिन अब एक बार फिर नये मरीज पाए जाने लगे हैं. त्योहारों का मौसम भी सामने है लिहाजा जरूरत है, सतर्कता बरतने की और भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करने की.
इधर, डेंगू का संक्रमण भी पटना में तेजी से फैलता जा रहा है. अब 10 नए मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पीएमसीएच में 4, एनएमसीएच में 5 और आईजीआईएमएस में एक मरीज मिला है. सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक जिले में अब तक डेंगू के 98 मरीज सामने आये हैं. जो नए मरीज मिले हैं वह संदलपुर, कुम्हरार, बाजार समिति, बिस्कोमान कॉलोनी, अगमकुआं, पीएमसीएच का मदर टेरेसा हॉस्टल हैं.
सबसे अधिक डेंगू के मरीज संदलपुर और बिस्कोमान कॉलोनी में मिल रहे हैं. ज्यादातर मरीज घर में ही इलाज करा रहे हैं. इनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत महसूस हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी मच्छरों से बचाव करने और घर के आसपास साफ-सफाई रखने की जरूरत है. घर के आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. साफ जमा पानी में ही डेंगू के मच्छर पनपते हैं.