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बिहार उपचुनाव: BJP ने गोपालगंज में कुसुम देवी पर ही क्यों खेला दांव? जानें इस सीट का सियासी इतिहास

Bihar News: बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. गोपालगंज सीट से लगातार चार बार जीत दर्ज करके विधानसभा पहुंचे सुभाष सिंह के निधन के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है. भाजपा ने कुसुम देवी को उम्मीदवार बनाया है. जानिये कितनी मजबूत है दावेदारी...

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2022 10:50 AM

Bihar News: बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. मोकामा और गोपालगंज सीट पर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने दोनों सीटों पर महिला प्रत्याशी पर ही दांव खेला है. गोपालगंज से भाजपा ने कुसुम देवी को टिकट थमाया है. इस सीट पर भाजपा का वर्चस्व रहा है. पिछले कुछ चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो ये समझना बेहद आसान होगा कि आखिर भाजपा ने इस सीट के लिए कुसुम देवी को ही उचित पात्र क्यों समझा. जानते हैं गोपालगंज सीट के इतिहास को…

भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन के बाद सीट खाली

गोपालगंज सीट से भाजपा के उम्मीदवार सुभाष सिंह ने विधानसभा चुनाव 2020 में जीत दर्ज की थी. सूबे की एनडीए सरकार में उन्हें सहकारिता मंत्री बनाया गया. लेकिन हाल में ही अचानक उनका निधन हो गया. जिसके बाद ये सीट खाली हुई और यहां अब उपचुनाव कराया जा रहा है.

सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी उम्मीदवार

गोपालगंज की बात करें तो ये राजद सुप्रीमो लालू यादव का गृह जिला है. लेकिन गोपालगंज विधानसभा की बात करें तो पिछले 4 चुनाव में बीजेपी की टिकट पर सुभाष सिंह ने ही जीत दर्ज की थी. भाजपा ने अब इस उपचुनाव में सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को ही उम्मीदवार बनाया है.

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लालू यादव के साले साधु यादव को हराया

दिवंगत नेता सुभाष सिंह लगातार चार बार गोपालगंज सीट से जीतकर विधानसभा गये. इस क्षेत्र को उनका गढ़ माना जाता है. सुभाष सिंह यहां जनता के बीच बेहद लोकप्रिय रहे हैं. पिछले चुनाव 2020 की बात करें तो भाजपा की ओर से मैदान में उतरे सुभाष सिंह ने लालू यादव के साले व बसपा उम्मीदवार अनिरुद्ध प्रसाद यादव उर्फ साधु यादव को हराया था. कांग्रेस के आसिफ गफूर तीसरे नंबर पर रहे थे.

सहानभूति वोट की भी उम्मीद

सुभाष सिंह यहां बेहद लोकप्रिय नेता रहे. अब भाजपा ने उनकी पत्नी को जब मैदान में उतारा है. सियासी पंडितों का कहना है कि इन्हें टिकट देने के पीछे अन्य वजहों में एक सहानभूति वोट भी हो सकती है जो भाजपा को जीत की ओर ले जाने में मददगार साबित हो सकती है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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