Bihar Upchunav 2022: बिहार विधानसभा उपचुनाव 2022 के मतदान में अब कुछ ही दिन शेष हैं. गोपालगंज में इस बार उपचुनाव बेहद दिलचस्प रहने वाला है. भाजपा और राजद के अलावा यहां बसपा और AIMIM समेत कुल 9 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं. यहां का चुनाव अब धीरे-धीरे जातीय गणित की ओर घुमता जा रहा है. प्रत्याशी भी उसी हिसाब से वोटरों को साधने में जुटे हुए हैं.
गोपालगंज विधानसभा की जातिय गणित को देखें तो यहां A टू Z का समीकरण दिखता है. सबसे अधिक यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या है. जो करीब 65,000 है. महागठबंधन की ओर से पहले मुस्लिम प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा गया था. लेकिन इसबार टिकट मोहन प्रसाद गुप्ता को थमाया गया है. वहीं इस विधानसभा में सवर्णों के वोट भी काफी महत्वपूर्ण है. मुस्लिम के बाद यहां सबसे अधिक राजपूत मतदाता हैं जिनकी संख्या 49,000 के करीब है.
यादव वोटरों को राजद अपना कैडर मानती है. इस क्षेत्र में यादव वोटरों की संख्या करीब 47,000 है. यानी तीसरी सबसे अधिक आबादी यहां यादव समुदाय की ही है. वैश्य वोटरों की संख्या 38,000 जबकि ब्राह्मण वोटर करीब 35,000 हैं. इस क्षेत्र में कोइरी-कुर्मी वोटर भी करीब 16,000 की संख्या में हैं. जिसका लाभ जदयू अपनी ओर से लेना चाहेगी. इन वोटरों पर जदयू की विशेष नजर रहती है.
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गोपालगंज में भूमिहार वोटर भी चुनाव को प्रभावित करते हैं. यहां 11,000 के करीब भूमिहार वोटर हैं. जबकि कायस्थ समाज के भी करीब 10,000 वोटर इस क्षेत्र में हैं. करीब 65,816 अन्य जाति-धर्म के वोटर यहां और हैं. वहीं 11 किन्नर भी यहां मतदाता हैं. गोपालगंज का उपचुनाव जातिय गोलबंदी की ओर ही जा रहा है. यहां अलग-अलग जाति के पास प्रचार करने उस जाति के दिग्गज नेता उतर रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan