बिहार उपचुनाव: लालू यादव के गृह जिला गोपालगंज में ओवैसी की एंट्री, AIMIM से किसकी बढ़ेगी टेंशन, जानें…

बिहार उपचुनाव: बिहार उपचुनाव की तैयारी में सभी सियासी दल लग गये हैं. प्रमुख दलों ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इधर गोपालगंज का चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने भी अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2022 3:51 PM
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Bihar Upchunav 2022: बिहार में उपचुनाव का बिगुल बज गया है. आगामी 3 नवंबर को सूबे की दो सीटें मोकामा और गोपालगंज में मतदान होना है. बिहार में सियासी उलटफेर के बाद इस बार गठबंधन का स्वरूप बदला हुआ है. जदयू अब महागठबंधन के साथ है और दोनों सीटों पर राजद उम्मीदवार को समर्थन दे रही है. वहीं भाजपा ने दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. गोपालगंज का मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा. यहां से बसपा के बाद अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम ने भी अपने उम्मीदवार को ताल ठोकने मैदान में उतार दिया है.

एआइएमआइएम ने भी उम्मीदवार उतारा

बिहार में होने वाले उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गयी है. हर पार्टी अपने-अपने प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा रही है. बुधवार को एआइएमआइएम ने भी अब्दुल सलाम मुखिया को गोपालगंज से प्रत्याशी बनाया है. पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने कहा कि 14 अक्टूबर को उम्मीदवार का नामांकन होगा. पार्टी ने दावा किया है कि गोपालगंज में जीत हमारी होगी. इसके बाद अब इस सीट पर सियासी गर्मी बढ़ गयी है.

साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव बसपा उम्मीदवार

गोपालगंज में किस दल का पलड़ा भारी रहेगा ये कहना अब थोड़ा मुश्किल होगा. हालाकि पिछले 4 चुनाव से ये सीट भाजपा के खाते में गयी है और सुभाष सिंह यहां से जीत दर्ज करते रहे. लेकिन अब उनके निधन के बाद पार्टी ने सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को यहां से टिकट थमाया है. महागठबंधन की ओर से राजद ने यहां अपना प्रत्याशी दिया है जबकि पिछली बार दूसरे नंबर पर रहे लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव ने बसपा से दावेदारी पेश की है.

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AIMIM उम्मीदवार के आने से मुकाबला दिलचस्प

पहले से ही त्रिकोणीय की संभावना वाली इस सीट पर AIMIM उम्मीदवार के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. ओवैसी की पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2020 में सीमांचल में राजद को नुकसान पहुंचाया था. अब गोपालगंज, जो राजद सुप्रीमो लालू यादव का गृह जिला है वहां जीत के दावेदारी के साथ ओवैसी के उम्मीदवार उतरे हैं.

राजद को कितना नुकसान

गोपालगंज में 50 हजार से अधिक मुस्लिम वोटर हैं और AIMIM का निशाना ये वोटर ही होंगे. हालाकि हर जगह मुस्लिम वोटर ओवैसी के साथ नहीं जाते हैं लेकिन अगर यहां मुस्लिम वोटरों में सेंधमारी हुई तो राजद को इसका नुकसान होगा.

महागठबंधन से Aimim की गुजारिश

उधर,अख्तरुल इमान ने कहा कि महागठबंधन से हमारी गुजारिश है कि वह मोकामा में उम्मीदवारी करे. हमें यहां करने दें. गोपालगंज हमारी जमीन है और यहां पर चुनाव को लेकर हमारा संगठन पूरी तरह से जीत हासिल करने के लिए तैयार है.

Published By: Thakur Shaktilochan

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