बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र (Bihar Vidhan Sabha Monsoon Session) की हंगामेदार शुरूआत हो चुकी है. आज सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष के द्वारा सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की गयी है. भाजपा के द्वारा इसकी तैयारी कर ली गयी है. सोमवार को आयोजित भाजपा विधायक दल की बैठक में राज्य सरकार को भ्रष्टाचार, रोजगार और कानून व्यवस्था पर जोरदार तरीके घेरने का निर्णय लिया गया. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने कहा कि बैठक में जन समस्याओं को उठाने और उसपर सरकार का जवाब मांगने को लेकर चर्चा की गयी. बिहार के अंदर प्रशासनिक अराजकता के कारण बढ़ रहे अपराध व भ्रष्टाचार बसे मुक्ति की लड़ाई का शंखनाद इसी माॅनसून सत्र से होगा.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि केवल FIR दर्ज होने पर मंत्री जीतन राम मांझी, रामानंद सिंह, मंजू वर्मा, मेवालाल चौधरी और कार्तिक सिंह से इस्तीफा लेने वाले मुख्यमंत्री आज चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे हैं ? सीएम तेजस्वी यादव से इस्तीफा ले या बर्खास्त करें. उनको इस पर जवाब देना होगा. अन्यथा सड़क से सदन तक आवाज उठायी जायेगी. प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि माॅनसून सत्र में भाजपा विधायक-विधान पार्षद भ्रष्टाचार और राजद के 10 लाख लोगों को नौकरी देने के वादे को उठाते रहेंगे.
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सत्र के पहले दिन विधानसभा की कार्यवाही मात्र 20 मिनट चली. अध्यक्ष के संबोधन के तत्काल बाद विपक्ष ने परंपरा का हवाला देते हुए चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री की सदन में मौजूदगी पर एतराज जताते हुए हंगामा किया. हालांकि, इस बीच सभा सचिव ने बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों द्वारा गत सत्र में पारित विधेयकों को सभा पटल पर रखा. इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री सह वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने 2023-24 के आय-व्ययक से संबंधित 43774.76 करोड़ रुपये की प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी सदन में पेश किया. विधान परिषद में भी पहले दिन कामकाज शुरू हुआ.