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बिहार का एक ऐसा गांव जहां के सारे जनप्रतिनिधि हैं फरार, कारण जानकर चौंक जाएंगे आप

बिहार में पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड की ताराबाड़ी ग्राम पंचायत में पहली बार असामान्य स्थिति पैदा हो गयी है. यहां निर्वाचित मुखिया, उप मुखिया, सरपंच और उपसरपंच सहित वार्ड सदस्य तक फरार हैं.

बिहार में पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड की ताराबाड़ी ग्राम पंचायत में पहली बार असामान्य स्थिति पैदा हो गयी है. यहां निर्वाचित मुखिया, उप मुखिया, सरपंच और उपसरपंच सहित वार्ड सदस्य तक फरार हैं. पिछले नौ माह से इस ग्राम पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति में पूरा विकास कार्य बाधित हो रहा है. चूंकि यहां के मुखिया, उप मुखिया, सरपंच और उप सरपंच न तो छह माह से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं और न ही उनको अभी तक किसी आपराधिक मामले में सजा मिली है, ऐसे में ताराबाड़ी ग्राम पंचायत में फिर से नये प्रतिनिधि का चुनाव भी नहीं कराया जा रहा.

इस संकट को दूर करने के लिए पूर्णिया के जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग से 12 जनवरी, 2023 को मार्गदर्शन की मांग की गयी. विभाग से पूछा गया था कि ऐसी असाधारण स्थिति में ग्राम पंचायत का विकास कार्य और ग्राम कचहरी का संचालन कैसे किया जाये. अब पंचायती राज विभाग ने कामकाज पटरी पर लाने के लिए बीच का रास्ता निकाला है. इसके तहत पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने पूर्णिया के डीएम को ताराबाड़ी पंचायत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी को अपनी अध्यक्षता में उपलब्ध वार्ड सदस्यों व पंचों के बीच से एक उप मुखिया और एक उप सरपंच का निर्वाचन कराकर कामकाज आरंभ करने का निर्देश दिया गया है.

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क्या था मामला ताराबाड़ी पंचायत का

पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड की ताराबाडी पंचायत में 28 जून, 2022 की शाम पंचायत समिति सदस्य शाहबाज आलम और उनके एक सहयोगी मुनाजिर आलम की हत्या कर दी गयी थी . इस मामले में समिति सदस्य शाहबाज आलम की पत्नी द्वारा कुल 21 व्यक्ति पर नामजद एफआइआर दर्ज कराया गया. ताराबाड़ी पंचायत में आठ वार्ड हैं . इनमें मुखिया समेत सभी मेंबर पर एफआइआर दर्ज है. प्राथमिकी में से कुल 11 व्यक्ति जेल में थे. इसमें एक वार्ड सदस्य मुजीबूर्र रहमान उर्फ लल्लू को जमानत मिली है. अभी मुखिया एजाज अंजूम, वार्ड सदस्य मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद सैयद हुसैन, सरपंच मोहम्मद शौकत, ग्रामीण मोहम्मद अकील ,मोहम्मद जकी ,मोहम्मद जफर , मुखिया का भांजा मुदस्सीर ,वार्ड सदस्य प्रतिनिधि मोहम्मद जहांगीर समेत सभी जेल में हैं. जबकि उप मुखिया नूर सईद , वार्ड सदस्य नासिर ,नसीम, पंच सदस्य मोहम्मद फकीरा ,मोहम्मद छट्टू , मोहम्मद नसीम ,मोहम्मद नासिर, मोहम्मद नवाब ,मोहम्मद मजीद ,मोहम्मद सफदर अब तक घर से फरार हैं.

अब क्या होगी व्यवस्था

कार्यपालक अधिकारी उपलब्ध वार्ड सदस्यों में से एक का निर्वाचन बिल्कुल अस्थायी रूप से क्रमश: उप मुखिया व उप सरपंच के रूप में करा देंगे. विधिवत निर्वाचित सदस्यों में से किसी एक के भी पदभार ग्रहण करने तक क्रमश: मुखिया व सरपंच के वित्तीय दायित्वों सहित सभी दायित्वों का निर्वहन अस्थायी उप मुखिया करेंगे. विधिवत निर्वाचित पदधारकों के आते ही कार्यपालक पदाधिकारी की अध्यक्षता में अस्थायी रूप से निर्वाचित उप मुखिया व उप सरपंच के अधिकार स्वत: समाप्त हो जायेंगे.

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