बिहार हिंसा में उपद्रवियों पर सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है. मामले में बिहार सरकार की आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अफवाह और भ्रामक संदेश फैलाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में अभी तक बिहारशरीफ (Bihar sharif Violence) में 15 से ज्यादा और सासाराम (Sasaram violence) में करीब तीन एफआईआर दर्ज किये गए हैं. वहीं अब तक 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तारी किया जा चूका है. मगर मामले में अब राजनीति भी गर्म हो गयी है. हिंसा मामले में बीजेपी का हमला झेल रही सरकार पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बड़ा हमला कर दिया है.
AIMIM प्रमुख ओवैसी ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहारशरीफ और सासारा में जो हिंसा हुई उसमें जिम्मेदार हिन्दुत्वादियों को जेल भेजने के बजाए मुस्लिम लड़कों और युवाओं को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने दावत-ए-इफ्तार का राजनीतिक पार्टियों के द्वारा आयोजन के मामले में कहा कि राज्य में ऐसा हो रहा है और बिहार के सेक्युलर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को फैंसी ड्रेस से फुर्सत ही नहीं मिल रही है. बता दें कि मामले में पुलिस के कुछ आरोपियों के घर की कुर्की भी है.
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बता दें कि हिंसा प्रभावित नालंदा और सासाराम में सांप्रदायिक तनाव के दौरान सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए भर्जी वीडियो और संदेश प्रसारित करने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा आठ अप्रैल को 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया था. इसमें से पांच लोगों की गिरफ्तारी रविवार को हुई है. इसे लेकर पुलिस मुख्यालय के द्वारा ब्रीफिंग भी की गयी है. पुलिस की जांच सोमवार को भी जारी है.