पटना. बुखार के प्रकोप के बीच छोटे बच्चों के इलाज पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है. एक साथ कई तरह के बुखार का प्रकोप है. हालांकि इलाज के बाद बच्चे ठीक भी हो जा रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने बच्चों के इलाज व भर्ती संबंधित बीते 10 दिन की रिपोर्ट जारी की गयी है जिसमें बताया गया है कि निमोनिया से ग्रस्त कुल 58 बच्चे को 10 दिन के अंदर शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया गया.
इनमें आठ बच्चों की मौत हो गयी. जबकि करीब 12 से अधिक बच्चे स्वास्थ होकर अपने घर चले गये. वर्तमान में करीब 38 निमोनिया ग्रस्त बच्चों का इलाज शिशु रोग विभाग में चल रहा है.
इधर, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग में 84 बेड वाले वार्ड में 80 मरीज को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को अस्पताल में निमोनिया व बुखार पीड़ित पांच और बच्चे को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है.
अधीक्षक ने बताया कि एक मरीज मस्तिष ज्वर पीड़ित है. जो ठीक है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार ने बताया कि निमोनिया पीड़ित 26 बच्चों का इमरजेंसी में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे पीएमसीएच बच्चों के परिजनों से की बातचीत
शुक्रवार की शाम स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पीएमसीएच अस्पताल पहुंचे. शाम 6:15 बजे वह अस्पताल पहुंचे और शिशु रोग विभाग का गहन निरीक्षण किया. वार्ड में भर्ती निमोनिया ग्रस्त बच्चों के परिजनों से उन्होंने बातचीत की और व्यवस्था के बारे में जानकारी ली.
मंत्री ने अस्पताल के अधीक्षक, प्रिंसिपल को निर्देश देते हुए कहा कि वार्ड में और आधुनिक सुविधाएं बढ़ायी जाये. मौके पर उन्होंने बीएमआइसीएल कॉरपोरेशन विभाग के अधिकारियों को फोन कर सुविधाएं बढ़ाने के लिए निर्देश दिया.
Posted by Ashish Jha