बिहार में बारिश के साथ ओलावृष्टि, डेढ़ फुट तक बिछी बर्फ की परत, पटना में 13.9 एमएम बारिश, बढ़ेगी गलन
आइएमडी के मुताबिक, सुबह से शाम तक प्रदेश के 12 जिलों में अधिकतम 20 मिलीमीटर तक बारिश हुई. पश्चिमी विक्षोभ और प्रति चक्रवाती क्षेत्र बनने की वजह से बारिश और आकाशीय बिजली की यह घटना हुई है.
पटना. नमीयुक्त पुरवैया और सूखी पछुआ हवा की टकराहट से बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश हुई. कई स्थानों पर ठनका भी गिरा. इस दौरान औरंगाबाद, नवादा, गया, रोहतास, कैमूर समेत कई जिलाें में जमकर ओलावृष्टि हुई, जिससे आधा से डेढ़ फुट तक बर्फ की परत बिछ गयी. पटना में बुधवार की सुबह और फिर रात में बारिश हुई. अगले 24 घंटे तक पूरे बिहार में बारिश के आसार बने रहेंगे.
दो दिन तक आसमान में बादल छाये रह सकते हैं. आइएमडी के मुताबिक, सुबह से शाम तक प्रदेश के 12 जिलों में अधिकतम 20 मिलीमीटर तक बारिश हुई. पश्चिमी विक्षोभ और प्रति चक्रवाती क्षेत्र बनने की वजह से बारिश और आकाशीय बिजली की यह घटना हुई है. समुद्र सतह से करीब एक किलोमीटर तक पुरवैया चली.
24 घंटे बाद चार डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा रात का तापमान
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो दिन बाद जैसे ही मौसम एकदम साफ होगा, रात के तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जायेगी़ फिर नये सिरे से शीतलहर शुरू हो सकती है़ कोहरे की भी पूरी संभावना ह
फ्रिजिंग लेवल नीचे आने से हुई भारी ओलावृिष्ट
आम तौर पर इस मौसम में आसमान में 5.5 किमी ऊपर पानी बर्फ बन जाता है. उस लेवल को फ्रिजिंग लेवल कहते हैं. कई सालों बाद ऐसा हुआ है कि कुछ इलाकों में फ्रिजिंग लेवल तीन किमी के आस-पास आ गया. यही कारण है उन इलाकों में भारी ओलावृष्टि हुई है. फ्रिजिंग लेवल के नीचे आने कारण पूरवैया और पछिया हवा के सतह से एक से डेढ़ किमी ऊपर टकराना है.
– विवेक सिन्हा, क्षेत्रीय निदेशक, आइएमड