Bihar Weather Alert, Flood News Updates : बिहार में अगले दो-तीन दिनों तक आसमान में छाये रहेंगे हल्के बादल
Bihar Weather Alert, forecast, IMD report, Flood News LIVE Updates : पटना. राज्य में बाढ़ का खतरा बरकरार है. कोसी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन अन्य नदियों में उफान जारी है. इधर मौसम विभाग ने बक्सर समेत 7 जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल में अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पटना सहित 31 जिलों में अगले चार दिनों तक मौसम सामान्य रहेगा. हल्की बारिश की संभावना जताई गयी है.
मुख्य बातें
Bihar Weather Alert, forecast, IMD report, Flood News LIVE Updates : पटना. राज्य में बाढ़ का खतरा बरकरार है. कोसी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन अन्य नदियों में उफान जारी है. इधर मौसम विभाग ने बक्सर समेत 7 जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल में अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पटना सहित 31 जिलों में अगले चार दिनों तक मौसम सामान्य रहेगा. हल्की बारिश की संभावना जताई गयी है.
लाइव अपडेट
बिहार में कमजोर हुआ मानसून, गुरुवार को हल्की बारिश की संभावना
पटना : बिहार में मॉनसून कमजोर हो गया है. इससे बुधवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज किया गया. तापमान बढ़ने से लोगों को ऊमस भरी गर्मी अधिक महसूस किया. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो अगले दो-तीन दिनों तक आसमान में हल्के बादल छाये रहेगे. वहीं, गुरुवार को राजधानी व आसपास के इलाके में हल्की बारिश भी हो सकती है.
बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य तापमान के करीब है. हालांकि, शाम होते ही घना बादल छाने के साथ साथ तेज पूर्वा हवा भी चली, जिससे लोगों को तोड़ा गर्मी से राहत मिला. मौसम विज्ञान केंद्र के ड्यूटी ऑफिसर ने बताया कि राजधानी के वातावरण में नमी की मात्रा घट गया है. सुबह में 88 प्रतिशत व शाम में 76 प्रतिशत रिकॉर्ड किया है. गुरुवार को हल्के बादल के साथ साथ हल्की बारिश भी होने की संभावना बनी है.
तरैया विधायक की मांग, तत्काल पीड़ितों के लिए तिरपाल, पेयजल व शौचालय की व्यवस्था करे प्रशासन
सारण : तरैया विधानसभा क्षेत्र के तरैया व पानापुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में भारी बारिश व गंडक नदी पानी ने तबाही मचा कर रख दिया है. तरैया व पानापुर प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोग घर को छोड़कर गंडक बांधों व नहरों पर शरण लिये हुए है. तरैया विधायक मुद्रिका प्रसाद राय ने बुधवार को सारण के जिला पदाधिकारी को एक लिखित प्रतिवेदन देते हुए बारिश व गंडक नदी की पानी से तबाह हो चुके लोगों की सुरक्षा व्यवस्था की मांग किया है. विधायक श्री राय तरैया व पानापुर क्षेत्रों के भ्रमण कर पहुंचे डीएम ऑफिस और डीएम को क्षेत्र की स्थिति से अवगत कराया.
दिये गये प्रतिवेदन में विधायक श्री राय ने कहा है कि तरैया विधानसभा क्षेत्र के तरैया व पानापुर प्रखंड में लगातार भारी वर्षा तथा नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण दियारे क्षेत्र में तथा आसपास के गांवों में पानी भर गया है. जिस कारण लोगों को घरों से बाहर निकलने के लिए नाव, बांध व ऊंचे स्थानों पर रहने के लिए तिरपाल व भोजन की व्यवस्था कराये जाये. पीड़ितों के बीच पेयजल व शौचालय की भी समस्या उतपन्न हो गयी है. जिसके लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के द्वारा ऐसे स्थानों को चिंहित कर शौचालय व पेयजल की व्यवस्था की मांग की गयी है. वहीं तरैया के चंचलिया दियारे, सगुनी तथा पानापुर के टोटहा जगतपुर में तत्काल नाव की व्यवस्था करने की मांग की गयी है. विधायक श्री राय ने कहा कि डीएम सारण ने सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को अविलंब व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
गोपालगंज में कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था शुरू
गोपालगंज जिले के मांझागढ़ प्रखंड के गौसिया पंचायत के दो वार्ड निमुइया पंचायत के सभी गांव, भैसही, पुरैना सहित कुल चार पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. वहां अब तक चार नावों की व्यवस्था की गयी है. बैकुंठपुर के सलेमपुर , टंडस पुर गांव बाढ़ से प्रभावित है. जिला प्रशासन के मुताबिक बाढ़ प्रभावित इलाको में नाव की व्यवस्था कर दी गयी है वहीं सदर प्रखंड के मंगुरहा में कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है. 70 बाढ़ प्रभावित परिवारों को प्लास्टिक की शीट भी उपलब्ध काराई गयी है. गोपालगंज के डीएम अरशद अजीज ने सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों के सीओ और बीडीओ को प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर राहत शिविर शुरू करने के निर्देश दिए है. डीएम ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान बताया कि लोगों को तटबंधों से बाहर आकर रहने की सलाह दी जा रही है.
शिवहर में तटबंध पूरी तरह सुरक्षित
शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के निर्देश पर अपर समाहर्ता शम्भु शरण ने बेलवा में अभियन्ताओं के साथ किया निरीक्षण, बागमती नदी का तटबंध पूरी तरह सुरक्षित. जिलावासियों को घबराने की कोई बात नहीं.
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कहलगांव में गंगा खतरे के करीब
भागलपुर में गंगा का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है.कहलगांव में गंगा चेतावनी लेवल से 19 सेमी ऊपर बह रही है. जिस रफ्तार से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. आशंका है कि आने वाले 48 घंटे में उफनती गंगा खतरे के निशान को पार कर जाएगी. गंगा के इस स्वरूप को देख कर शहर स्थित कागजी टोला के दर्जनों मछुआरे एहतियातन अपनी डेंगी गंगधार से बाहर निकालने में जुटे हैं.
कनकई के कटाव से दजर्नों परिवार ने ली ऊंचे स्थान पर शरण
कनकई नदी में आयी बाढ़ का पानी उन लोगों का घरों में घुस गया है. और कई का घर पानी में कट चुका है. लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए ऊंचे स्थान पर खुले आसमान के नीचे शरण लिए हुए हैं.
केवीके ने मौसम बुलेटिन जारी कर किसानों को दी सलाह
16 जुलाई को मध्यम बारिश या मूसलधार बारिश हो सकती है. इस संबंध में केवीके ने मौसम बुलेटिन जारी कर दिया है. मौसम बुलेटिन में 15 जुलाई से 19 जुलाई तक मौसम के उतार-चढ़ाव की जानकारी दी गयी है. 16 जुलाई को सबसे अधिक 23 एमएम बारिश की संभावना है. केवीके ने धान की खेती वाले किसानों को भी इससे संबंधित कई आवश्यक सुझाव दिये हैं. इसके अलावा मुख्य रुप से वज्रपात की संभावनाओं को जताते हुए खासकर किसानों से उचित सावधानी बरतने की सलाह दी. साथ ही जिन किसानों के पास स्मार्ट फोन है उनसे दामिनी एप डाउनलोड करने की अपील की. ताकि, ठनका गिरने की सूचना उन्हें मोबाइल एप पर पता चल सके.
आकाशीय बिजली गिरने से महिला जख्मी
बांका जिले के रजौन में आकाशीय बिजली गिरने से 45 वर्षीय अंजना देवी जख्मी हो गयीं. जख्मी महिला रजौन प्रखंड के भुसिया सलखुचक निवासी विजय सिंह की पत्नी हैं. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज के लिए रजौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है.
मवेशी चरा रहे एक चरवाहा की वज्रपात से मौत
बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के कुशमाहा बहियार में मवेशी चरा रहे एक चरवाहा की मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गयी. जानकारी के अनुसार, कुशमाहा गांव के आनंदी यादव (50) बहियार में मवेशी चराने गये थे. इसी दौरान बारिश के साथ हुए वज्रपात की चपेट आने से वे अचेत हो गया. स्थानीय लोगों व परिजनों द्वारा उन्हें घटनास्थल से घर लाया जा रहा था. लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने मामले की जानकारी स्थानीय थाना व अंचलाधिकारी को दी. सूचना मिलते ही सीओ सुनील साह पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए बांका भेज दिया. ग्रामीणों ने बताया कि आनंदी को चार पुत्र व दो पुत्री है. पुत्र पिंटू, सिंटू, मन्ना व गोलू बाहर रहकर मजदूरी करते हैं. वहीं घटना के बाद मृतक की पत्नी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.
बंजरिया की नौ पंचायतों में घुसा बाढ़ का पानी
मोतिहारी के बंजरिया प्रखंड की नौ पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ गयी है. चैलाहां चौक से फुलवार जाने वाली सड़क पर पांच फीट पानी बह रहा है, जिस कारण आवागमन बाधित हो गया है. प्रखंड एवं अंचल कार्यालय बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर गया है. प्रखंड व अंचल कार्यालय पुराने वाले प्रखंड कार्यालय सह बंजरिया पंचायत के सामुदायिक भवन में चल रहा है. फुलवार उत्तरी, फुलवार दक्षिणी, पचरुखा पूर्वी, रोहिनिया, जनेरवा, पचरुखा मध्य, सिसवा पश्चिमी, पचरुखा पश्चिमी, अजगरी पंचायत सहित घोड़मरवा, वृत्त गम्हरिया, बढ़इया टोला, भरवा टोला, ब्रह्मपुरा, ब्रह्मपुरी, सेमहरिया, चितहां, गम्हरिया, नगदहां, फुलवार, सुंदरपुर, खैरी, बुढ़वा, अजगरवा, सुखीडीह, चिचरोहिया, मोखलिसपुर, लमोनिया, जटवा, कुकुरजरी, जनेरवा, सिसवनिया, गोबरी सहित अन्य गांव पूरी तरह से प्रभावित है.
आधा दर्जन पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग
धौंस नदी के पश्चिमी तटबंध मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड अंतर्गत ब्रह्मपुरी, बलवा एवं अंदौली गांव के समीप टूट जाने के कारण प्रखंड के यदुपट्टी, परिगामा, भंटाबाड़ी व बररी वेहटा पंचायत के लोगों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है. वहीं, प्रखंड के सभी पंचायतों का संपर्क अनुमंडल व जिला मुख्यालय से टूट चुका है. कारण कि चोरौत- भिट्टामोड़ एनएच 104 पर तीन से चार फीट तो चोरौत- पुपरी एनएच- 527 सी पर करीब दो से तीन फीट पानी चल रहा है. इसी प्रकार यदुपट्टी, परिगामा, भंटाबाड़ी व बररी वेहटा पंचायत के अधिकांश वार्ड समेत चोरौत पूर्वी, चोरौत उत्तरी व चोरौत पश्चिमी पंचायत के कुछ वार्ड मे भी बाढ़ का पानी घुस गया है.
करेह नदी के तटबंध पर बना फुहिया ढाला ध्वस्त
समस्तीपुर जिले के बिथान प्रखंड से गुजरने वाली करेह नदी में पानी का दबाव काफी बढ गया है. नदी के दायें तटबंध पर अवस्थित फुहिया ढाला बाढ़ के पानी से ध्वस्त हो गया है. पिछले वर्ष ही बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-2 खगड़िया ने इस ढाला का निर्माण कराया था. फुहिया घाट होकर इस ढाला से सहरसा, दरभंग, समस्तीपुर एवं खगड़िया के कई गांवों के लोगों का आवागमन होता है. बाढ़ के समय में करेह के दाया तटबंध से कमला बलान (दर्जियाया-फुहिया) बांध से होकर लोग दूर तक जाते हैं. इस ढाला को बंद हो जाने से बाढ़ के चार माह तक इन गांवों के लाखों लोगों का आवागमन पूरी तरह बंद हो जायेगा. विदित हो कि जलसंसाधन विभाग बिहार पटना के सचिव संजीव हंस के साथ गत सप्ताह सभी बड़े अभियंता व अधिकारी इस ढाला होकर ही फुहिया घाट पहुंचे थे.
अधवारा समूह की नदियों का बढ़ रहा जलस्तर
मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से अधवारा समूह की सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों का जलस्तर निरंतर बढ़ने का सिलसिला जारी है. बछराजा, खिरोई और थुमहानी सहित अन्य नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. समदा इस्लामिया टोल और सोहरौल के समीप नदी का पानी ओवरफ्लो होकर गांवों की ओर फैलने लगा है. माधोपुर, बर्री, फुलबरिया, राजघट्टा, धनुषी, बसैठ, चानपुरा, हथियारवा, सिमरकोन, करहारा, बिरदीपुर, डीहटोल व सलहा सहित अन्य इलाकों के बघार पूरी तरह जलमग्न हो गया हैं.
मधुबनी तीन गांवों का सड़क संपर्क टूटा, लोगों में दहशत
मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड क्षेत्र में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से गागन, धौरी, पौराहा नदी में बाढ़ आ गयी है. जिससे मरुकिया, गोबरौरा गांव की मुख्य सड़क पर दो से चार फीट पानी आ गया है. गांव का मुख्य सड़क से संपर्क भंग होने पर लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने से तीन गांव मरुकिया, खैरवाना एवं गोबरौरा के लोगों को सड़क संपर्क टूट गया है. सीओ सतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ का पानी मरुकिया महादलित टोला के दर्जनो घर में घुस गया है.
धौंस में उछाल, भूतही व गेहुंमा नदी मचा रही तांडव
मधुबनी. बेनीपट्टी सहित जिले के विभिन्न भागों में बाढ की स्थिति गंभीर बनती जा रही है. बेनीपट्टी में धौंस नदी का पानी उछल कर एनएच 104 पर चढ गया है. जबकि अधवारा समूह की नदियो में भी लगातार बढोतरी हो रही है. हालांकि झंझारपुर व मधेपुर में कमला नदी के पानी मे कमी आयी है. पर अब भी यह खतरे निशान से करीब तीन फीट उपर बह रही है. बेनीपट्टी में साहरघाट मधवापुर जाने वाली एनएच 104 पर बाढ का पानी आ जाने से आवाजाही बाधित हो रही है.
मधेपुरा में तेज बहाव से टूटा डायवर्सन
चौसा प्रखंड में बाढ़ के पानी से भटगामा-उदाकिशुनगंज एसएच-58 पेट्रोल पंप भटगामा के समीप नवनिर्माण पुल के पास मंगलवार को पानी के तेज बहाव से डायवर्सन टूट गया. इससे तकरीबन छह घंटे वाहनों के परिचालन बाधित रहा. हालांकि, ठेकेदार के द्वारा मोटेरेबल का कार्य प्रारंभ कर सड़क संपर्क को चालू कराने का प्रारंभ कर दिया गया है. फुलौत पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी, झंडापुर बासा, घसकपूर, पनदही बासा, कारे बासा, अमनी, करेलिया, बड़ीखाल, मोरसंडा, श्रीपुरबासा, पर्वता, भटगामा, चिरौरी, लौआलगाम पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के हिस्सों में पानी फैला गया है. इससे ग्रामीणों का अपने मवेशियों के चारे की किल्लत उत्पन्न हो गयी है.
कटिहार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त
रामपुर होकर एनएच 31 किनारे से कुरसेला बस्ती की ओर आनेवाली धार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. कल्वर्ट का निर्माण धार के बीच एनएच किनारे किया जा रहा था. महानंदा नदी सहित गंगा, कोसी एवं बरंडी नदी के जलस्तर में भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी तो सभी स्थानों पर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है. इस नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कदवा, आजमनगर, बारसोई, बलरामपुर, प्राणपुर, डंडखोरा प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है.
कटिहार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त
रामपुर होकर एनएच 31 किनारे से कुरसेला बस्ती की ओर आनेवाली धार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. कल्वर्ट का निर्माण धार के बीच एनएच किनारे किया जा रहा था. महानंदा नदी सहित गंगा, कोसी एवं बरंडी नदी के जलस्तर में भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी तो सभी स्थानों पर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है. इस नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कदवा, आजमनगर, बारसोई, बलरामपुर, प्राणपुर, डंडखोरा प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है.
सुपौल में तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा
तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्मली प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. वहीं, सुरसर, गैड़ा व खारो नदी का जलस्तर बढ़ने से छातापुर एवं कुनौली क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. कुनौली मुख्य सड़क का डायवर्सन बह जाने के कारण आवागमन ठप हो गया है. इधर, सुरसर और गैड़ा नदी उफनाने से छातापुर प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित हैं.
बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी
नेपाल के तराई व कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बीते 24 घंटे के अंदर बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी आयी है. वीरपुर बराज पर कोसी का कुल डिस्चार्ज 01 लाख 76 हजार 695 क्यूसेक दर्ज किया गया. इसमें पूर्वी मुख्य केनाल में 02 हजार 500 एवं पश्चिमी केनाल में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में शाम 06 बजे कोसी का जलस्राव 01 लाख 39 हजार 325 क्यूसेक अंकित किया गया. कोसी के डिस्चार्ज में कमी आने से विभागीय अभियंताओं ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में हवा शुष्क हो रही है. इसके साथ ही चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड की तरफ जा रहा है. उत्तरप्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों में चलने वाली हवाओं का रुख बिहार होते हुए झारखंड और छत्तीसगढ़ की तरफ जा रहा है. इसकी वजह से बिहार में जहां मौसम सामान्य हो रहा है.