Bihar Weather: बिहार में सक्रिय हुआ ‘कालवैशाखी’, तेज आंधी-बारिश के साथ ओला का अलर्ट, जानें मौसम का हाल
Bihar Weather: बिहार के मौसम में पिछले चार से पांच दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. पिछले तीन दिनों से राज्य में पश्चिमी विक्षोब के प्रभाव और 'कालवैशाखी' की सक्रियता के कारण राज्य में आंधी पानी की स्थिति बनी हुई है.
Bihar Weather: बिहार के मौसम में पिछले चार से पांच दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. पिछले तीन दिनों से राज्य में पश्चिमी विक्षोब के प्रभाव और कालवैशाखी की सक्रियता के कारण राज्य में आंधी पानी की स्थिति बनी हुई है. बताया जा रहा है कि राज्य के 11 जिलों में मौसम विभाग के द्वारा आंधी और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही, ओलावृष्टि की भी संभावना जतायी जा रही है. कई दिनों सेगिरावट के बाद मंगलवार को पटना के तापमान में वृद्धि दर्ज की गयी है. हालांकि, अब भी गर्मी से लोगों को राहत मिली हुई है. मंगलवार को पटना का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्जकिया गया है. यह सामान्य से दो डिग्री कम है. वहीं, पटना का न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा है.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को पटना में आंशिक रूप से बादल छाये रहेंगे. वहीं कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है. इसके साथ ही बुधवार को पटना का अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री रहने का पूर्वानुमान है. 27 अप्रैल से एक डिग्री की बढ़ोतरी तापमान में होगी. 27 से 29 अप्रैल तक अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है.
मुजफ्फरपुर में भी मौसम दो दिनों से सुहाना बना हुआ है़. तेज हवा और बूंदा-बांदी से लोगों को प्रचंड गर्मी से राहत मिली है. इस हफ्ते बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक लोगों को लू व गर्मी से राहत मिलेगी. आंधी पानी के साथ ओला भी गिरने के संभावना है. इससे आम लीची को नुकसान हो सकता है. बारिश, तेज हवा चलने से आम व लीची के फल का कुछ नुकसान हुआ. मौसम के यू टर्न लेने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अधिकतम तापमान सामान्य 6.7 डिग्री कम है. बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा का प्रभाव हो रहा है. वहीं, राजस्थान से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव बना हुआ है. दूसरी एक ट्रफ रेखा उप हिमालयी पश्चिमी बंगाल और सिक्किम से बिहार व झारखंड होते हुए छत्तीसगढ़ तक फैला है. इसी के वजह से मौसम में अचानक बदलाव आया है.