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राहत के मूड में नहीं मानसून, टूटेंगे बारिश के भी कई रिकॉर्ड

कोरोना काल में बाढ़ से ग्रस्त उत्तर बिहार के लोगों को आनेवाले अगले कुछ दिनों में बारिश भी आफत बन कर आनेवाली है. इस साल मानसून भी राहत देने के मूड में नहीं है. लॉकडाउन के कारण साफ हुए आसमान में छाये काले काले बादल आनेवाले दिनों में लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है.

पटना : कोरोना काल में बाढ़ से ग्रस्त उत्तर बिहार के लोगों को आनेवाले अगले कुछ दिनों में बारिश भी आफत बन कर आनेवाली है. इस साल मानसून भी राहत देने के मूड में नहीं है. लॉकडाउन के कारण साफ हुए आसमान में छाये काले काले बादल आनेवाले दिनों में लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है. विभाग का कहना है कि इस साल मानसून समय पर है और औसत से अधिक बारिश होने की उम्मीद है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में बिहार खासकर उत्तर बिहार में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी है. इस दौरान वज्रपात की आशंका को देखते हुए बादल छाने पर लोगों को बिना कारण घर से नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.

कई जिलों में हो चुकी है सामान्य से अधिक वर्षा

विभाग से जारी चेतावनी के अनुसार उत्तर बिहार में अगले कुछ दिनों तक हल्की या भारी वर्षा और वज्रपात की आशंका है. सोमवार के बाद वर्षा की सक्रियता में वृद्धि हो सकती है. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के मौसम विभाग की माने तो इस साल बिहार के कई जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हो चुकी है और आनेवाले दिनों में लोगों को वर्षा से राहत की उम्मीद नहीं है. 29 जुलाई तक के लिए जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, आसमान में मध्यम से घने बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान कई स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है. कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा का भी अनुमान है।

शेखपुरा में अब तक सबसे कम हुई वर्षा

मौसम विभाग से जारी आंकड़ों के अनुसार आनेवाले दिनों में बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, चंपारण और गोपालगंज के साथ साथ औरंगाबाद, रोहतास, जहानाबाद, लखीसराय और मोकामा के इलाके में हल्की से भारी बारिश की आशंका है. दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और किशनगंज के इलाकों में वर्षापात ने अभी ही रिकार्ड तोड़ दिया है. आनेवाले दिनों में इन इलाकों में वर्षा से बाढ़ के हालात बिगड़ सकते हैं. जानकारों की माने तो इस साल खूब वर्षा हुई है. वैसे शेखपुरा में सामान्य से 25 फीसदी कम और सहरसा में अब तक 10 फसदी कम वर्षा दर्ज की गयी है. इसके विपरीत सुपौल, दरभंगा और पूर्वी चंपारण में सामानय से 100 फीसदी वर्षा हो चुकी है.

दरभंगा में अब तक सामान्य से 148 फीसदी वर्षा 

दरभंगा में सामान्य से 148 फीसदी वर्षा हो चुकी है. इन इलाकों में आनेवाले दिनों में बारिश के नये रिकार्ड बनने की संभावना है. राजधानी पटना में सामान्य से आधी बारिश हो चुकी है. जानकारों का कहना है कि आनेवाले दिनों में पटना में भी सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज होने की उम्मीद है. अब तक बिहार में वर्षापात का वास्तविक आंकडा 1062.7 है, जबकि सामान्य वर्षा का आंकड़ा 574.4 दर्ज है. इस प्रकार देखा जाये जो बिहार में लगभग 85 फीसदी बारिश हो चुकी है. आनेवाले दिनों में अभी और बारिश होनी है. किशनगंज में अब तक 869 एमएम वर्षा हो चुकी है जो बिहार में सर्वाधिक है.

समस्तीपुर में टूट रहा रिकॉर्ड

समस्तीपुर में वर्षापात का रिकॉर्ड प्रतिदिन टूट रहा है. जुलाई में 24 दिनों के भीतर हुई 520.98 मिमी बारिश से 54 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है. इसके पूर्व वर्ष 1964 में जुलाई में 402 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी. 24 जुलाई तक जिले में 520.98 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी है. यह आंकड़ा जुलाई के सामान्य वर्षापात 304.8 से 216.90 मिमी अधिक है. मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा प्रखंड में सबसे अधिक वर्षा से बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है. औराई व कटरा प्रखंड में सर्वाधिक बारिश हुई है. औराई में 96 मिमी बारिश हुई है. यहां इस माह में 15 दिन में 593 मिमी बारिश हो चुकी है. जिले के सभी प्रखंडों में कम से कम 12 दिन और अधिकतम 18 दिन बारिश हुई है।

posted by ashish jha

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