Bihar Weather: इस बार दिवाली-छठ से ही पड़ेगी अधिक ठंड, अगले 24 घंटे के अंदर मॉनसून की हो जाएगी राज्य से विदाई

Bihar Weather: अगले 24 घंटे के अंदर मॉनसून राज्य से विदा हो जायेगा. आइएमडी के मुताबिक गया और पश्चिमी चंपारण होते हुए मॉनसून पूरी तरह विदा हो जायेगा. रविवार को पूरे प्रदेश में एक भी जगह बारिश दर्ज नहीं की गयी है

By Prabhat Khabar News Desk | October 11, 2021 7:14 AM

पटना बेहतर मॉनसून के बाद प्रदेश में इस साल दीपावली और छठ पर सामान्य से कुछ अधिक ठंड पड़ने के आसार हैं. अधिकतम तापमान में गिरावट सोमवार से महसूस होने लगी है. प्रदेश में तुलनात्मक तौर पर अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. इधर अगले 24 घंटे के अंदर मॉनसून राज्य से विदा हो जायेगा. आइएमडी के मुताबिक गया और पश्चिमी चंपारण होते हुए मॉनसून पूरी तरह विदा हो जायेगा. रविवार को पूरे प्रदेश में एक भी जगह बारिश दर्ज नहीं की गयी है. सोमवार से बिहार का मौसम पूरी तरह शुष्क रहने का अनुमान है.

24 घंटे में गया व चंपारण होते हुए मॉनसून हो जायेगा विदा

रिपोर्ट के अनुसार नमीयुक्त पुरवैया थम चुकी है. रविवार से ही तापमान में कमी दर्ज की गयी है. हालांकि, पूरे प्रदेश में पछिया हवा का प्रवाह प्रदेश में शुरू हो गया है. तीन दिन बाद पछिया हवा पूरी ताकत से बहेगी. इसके बाद से ही दिन और रात के तापमान में गिरावट शुरू हो जायेगी. यह गिरावट अक्तूबर के तीसरे हफ्ते से पूरी तरह गुलाबी ठंड में तब्दील हो जाने के पूरे आसार हैं. सुबह और शाम की धुंध भी छाने के आसार हैं. दरअसल, प्रदेश के वातावरण में पर्याप्त मात्रा में नमी है. इसकी वजह से ठंड के दौरान कोहरा भी काफी घना होगा.

पिछले साल से इस बार अक्तूबर में कम तापमान

पिछले साल बिहार में 10 से 31 अक्तूबर तक अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार अधिक रहा था. इस साल 10 अक्तूबर को अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से केवल एक डिग्री अधिक है. वहीं, वर्ष 2020 में 10 अक्तूबर को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक था. 2019 में भी कमोबेश यही स्थिति तक है.

सामान्य से तीन फीसदी अधिक बारिश

उल्लेखनीय है कि इस साल मॉनसूनी बारिश सामान्य से तीन फीसदी अधिक हुई है. प्रदेश के जाने-माने मौसम विज्ञानी प्रधान पार्थ सारथी के मुताबिक बिहार का मौसम अब पूरी तरह शुष्क रहेगा. अब ठंड की शुरुआत हो जायेगी. ठंड अच्छी पड़ेगी.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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