बिहार के लखीसराय में बुधवार को श्रीघना निवासी एक बच्चे की ठंड से हो गई. मामले की जानकारी देते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि श्रीघना गांव निवासी चुन्नू मंडल का सात वर्षीय पुत्र रणवीर कुमार पास के ही प्राथमिक विद्यालय श्रीघना में क्लास वन का छात्र था. बुधवार की सुबह रणवीर भी अपने अन्य साथियों की तरह अपने स्कूल पढ़ाई करने के लिए गया हुआ था. जहां तबीयत बिगड़ने व उल्टी करने पर विद्यालय में अध्ययनरत उसकी बहन के माध्यम से रणवीर की मां को बुलाकर उनके साथ रणवीर को भेज दिया गया. मां बच्चे को स्कूल से लेकर आयी, तो उसे उल्टी हो रहा था. यह देख वे उसे तुरंत पास के ही ग्रामीण चिकित्सक के पास ले गयीं. ग्रामीण चिकित्सक ने बताया कि इसकी तबीयत अत्यधिक बिगड़ गयी है.
उन्होंने तुरंत उसे सूर्यगढ़ा या लखीसराय के बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी, लेकिन चिकित्सक के यहां से निकलते ही बच्चे की मौत हो गयी. बच्चे की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बच्चे की मां प्रीति देवी सिर्फ यही कहे जा रही थी हथवे में दम तोरनही रे बेटवा ऐसे खेलते रहा हनी’. मां के विलाप से आसपास मौजूद लोगों का भी कलेजा पसीज रहा था.वहीं घटना की सूचना दिये जाने पर कजरा थाना के अपर थानाध्यक्ष संजय यादव दल बल के साथ मृतक छात्र के घर पर पहुंचे व शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय भेजवा दिया. वहीं इस दौरान परिजनों ने सूर्यगढ़ा अंचलाधिकारी को सूचना दी.
इस पर अंचलाधिकारी ने पोस्टमार्टम कराने की बात कही. ग्रामीणों ने बताया कि बच्चे के पिता मानसिक रूप से विक्षिप्त है और पिछले कई सालों से घर से लापता हैं. बच्चे की मां प्रीति देवी कन्या मध्य विद्यालय नरोत्तमपुर, कजरा में खाना बनाने की काम करती है. उसी से बच्चे का लालन-पालन करती है. श्रीकिशुन पंचायत मुखिया प्रतिनिधि अशोक पासवान ने बच्चे की मां को तत्काल दो हजार रुपये की सहायता राशि दी. वहीं श्रीकिशुन मुखिया प्रतिनिधि अशोक पासवान, श्रीकिशुन पैक्स अध्यक्ष सज्जन सिंह, श्रीकिशुन उपमुखिया जवाहर यादव, समाजसेवी रंजीत तांती के अलावे दर्जनों लोग मृतक छात्र के घर पहुंचे व परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी.
प्राथमिक विद्यालय श्रीघना की प्रधानाध्यापक बिंदु सिन्हा ने बताया कि छात्र रणवीर सुबह नौ बजे स्कूल पहुंचा. कुछ ही देर बाद उसे उल्टी होने लगी. यह देख विद्यालय में अध्ययनरत उसकी बहन के माध्यम से छात्र की मां को बुलाया और बच्चे को उनके साथ भेज दिया. उन्हें दोपहर बाद बच्चे की मौत की खबर मिली जो अत्यंत दुखद है.