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रविवार की शाम से बिहार में फिर सक्रिय हो जायेगी ट्रफ लाइन
बिहार में बढ़ते तापमान की वजह से आज से अगले 48 घंटे तक जबरदस्त मेघ गर्जन और ठनके की आशंका है. ठनके को लेकर आइएमडी पटना ने अलर्ट भी जारी कर दिया है. साफ कर दिया है कि जब भी काले बादल दिखाई दें. घर से बाहर न निकलें. खासतौर पर उत्तर-पूर्वी बिहार में इसको लेकर विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है.
आइएमडी पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि ट्रफ लाइन रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात से बिहार में सक्रिय होने की संभावना है. लिहाजा तराई इलाके में झमाझम बारिश के आसार काफी बढ़ जायेंगे. इसके बाद धीरे-धीरे ट्रफ लाइन फिर पूरे बिहार को कवर कर लेगी. इसकी वजह से बिहार में अच्छी बारिश की संभावना अभी लगातार बनी हुई हैं. रविवार को कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा में कई जगहों पर भारी बारिश होने के आसार बने हुए हैं.
गंडक नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर ने बढ़ायी चिंता
गोपालगंज : नेपाल में बारिश थमने के बाद गंडक नदी का जलस्तर कम जरूर हो रहा है, लेकिन पानी से घिरे गांवों में मुश्किलें अभी कम नहीं हो रही है. गंडक नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर ने विभाग की चिंता बढ़ा दी है. नदी का मिजाज कब बिगड़ जाये कहना मुश्किल है. पल-पल नदी का खतरा बढ़ता जा रहा. गंडक नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच सदर प्रखंड के पतहरा में खतरे के निशान से नदी 72 सेमी उपर अभी बह रही है. जलस्तर के घटने के कारण बांधों पर कटाव का खतरा सर्वाधिक बढ़ा हुआ है.
जलाशयों और नदियों पर लगाया गया धारा 144
गोपालगंज : डूबने की बढ़ती घटनाओं और नदियों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए डीएम ने नदी, नहर और छोटे पोखर में नहाने पर प्रतिबंध लगा दिये हैं. पूरे जिले के जलाशयों और नदियों पर धारा 144 लगाया गया है. सभी थानाध्यक्ष, सीओ और बीडीओ को आदेश अनुपालन कराने का आदेश दिया गया है. डीएम अरशद अजीज ने जानकारी दी है.
बक्सर में तेज बारिश
बक्सर : मौसम अनुमान के अनुरूप बक्सर में दोपहर बाद तेज बारिश शुरु हो गयी है. दोपहर दो बजे के बाद आसमान में बादल छाये और बारिश शुरु हो गयी. सुबह से जारी तेज धूप और गर्मी से लोगों को राहत मिली है.
मधुबनी में कमला, सिवान में घाघरा खतरे से ऊपर
कमला बलान नदी मधुबनी के झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वही घाघरा नदी सिवान के दरौली में खतरे से ऊपर बह रही है. जलसंसाधन विभाग के अनुसार झंझारपुर में कमला का जलस्तर कम हो रहा है.
राज्य में चलाये जा रहे हैं कुल 21 कम्युनिटी किचेन
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि सुपौल और गोपालगंज में दो-दो राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 1,063 लोग रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोपालगंज में 08, सुपौल में 02 और दरभंगा में 11 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं. इस प्रकार कुल 21 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन लगभग 11,000 लोग भोजन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह अलर्ट है और सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.
अगले 24 घंटे में कोसी और महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि अगले 24 घंटे में कोसी और महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की है. अपर सचिव ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से अभी बिहार के 8 जिले- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज एवं पूर्वी चम्पारण के कुल 30 प्रखंडों की 147 पंचायतें आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.
दरभंगा के कमतौल में बागमती के दायें किनारे से जलश्राव
पटना : जल संसाधन विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने राज्य के विभिन्न नदियों के जलस्तर के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अधिकांश नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर गयी थी किंतु अब इसकी प्रवृत्ति घटने की है. उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन के लोग अलर्ट हैं. उन्होंने बताया कि कमला नदी में मनरेगा से निर्मित लघु बांध बायें किनारे में भोजपट्टी गांव के समीप एवं दायें किनारे में पोस्तापुर गांव के समीप ओवरटॉपिंग होने से आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त हुआ है. इसके साथ ही दरभंगा कमतौल रेलवे लाइन के सटे अपस्ट्रीम में दरभंगा बागमती नदी के दायें किनारे से जलश्राव के एनएसएल पर आ जाने से रेलवे के तटबंध से जलश्राव गोपालपुर गांव में जाने वाली पगडंडी के क्षतिग्रस्त भाग से प्रवाहित हो रहा है. इसको लेकर बांस पाइलिंग के बीच में नायलन क्रेटिंग कर जलश्राव को रोकने की कार्रवाई की जा रही है.
डीएम ने लिया बाढ़ का जायजा
दरभंगा : दरभंगा के जिलाधिकारी ने शनिवार को बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. जिले के केवटी अंचल में बागमती नदी के तटबंध में तीन स्थानों पर पानी का रिसाव हो रहा है. दो जगह पर पानी ओवरफ्लो कर गया है, जिसके कारण गोपालपुर और माधोपट्टी के कुछ इलाकों के खेतों में पानी फैल गया है. जिलाधिकारी इन स्थलों का जायजा लिया.
चौर के पानी में डूबने से दादा-पोता की मौत
मोतिहारी: चड़रहिया पंचायत के खोड़ीपाकड ठूंठा सरेह स्थित चौर में डूबने से दादा-पोता की मौत हो गई. दोनों की पहचान मुख्तार अंसारी (65) व हजरत अंसारी (16) के रूप में हुई है, जो पंचायत के ही रामशाला के बताये जाते हैं. बताया जाता है दोनों धान के खेत देखने जा रहे थे. उसी दौरान पैर फिसल गया, जहां डूबने से दोनों की मौत हो गयी.
तेज धूप से लोग परेशान
पूर्णिया : कोरोना काल में आसमान से सूरज पिछले दो दिनों से आग उगल रहा है, जिससे आम लोग बेहाल और परेशान हैं. लोग दिन भर सूरज की ताप से झुलसते रहे. हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को माने तो आज देर रात तक बारिश की संभावना बनती नजर आ रही है.
नाव से आवागमन ही सहारा
मधुबनी : मधेपुर में कोसी तटबंध के भीतर बसे सात पूरा व तीन आंशिक पंचायत के गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. सर्वाधिक प्रभावित गांव में द्वालख महपतिया,वसीपट्टी, गढ़गांव है. वहां नाव से आवागमन ही सहारा है. इधर बिस्फी प्रखंड में बाढ़ का पानी बैगरा, बलहा एवं बिस्फी चौर मे लगी फसल को डूबाती हुई कौकिल चौक से सिगिया तक बनी नयी सड़क पर भी पानी जगह जगह चढ़ गया है. इसके कारण अब सिगिया के लोगों को दस किमी से ज्यादा चलकर प्रखंड मुख्यालय आना पड़ रहा है. बलहा, रघौली, चहुटा, जगबन, भैरबा, सदुल्लहपुर, चहुटा, जगबन, भैरबा रथौस, बिस्फी, सिगिया, नूरचक आदि पंचायत के किसानों की धान की फस्ल डूब गयी है.
मधुबनी के नये इलाकों में फैला पानी
मधुबनी : अधवारा समूह की नदियां बेनीपट्टी प्रखंड के पश्चिमी भाग में भारी तबाही मचा रही है. बेनीपट्टी प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के गांवों के नये क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. अधवारा समूह की धौस, खिरोई, कोकरा, बुढ़नद, थुमहानी नदी उफान पर है. मकिया से विशनपुर जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी बह रहा है. इधर बाढ़ से मधेपुर का कोसी क्षेत्र, बेनीपट्टी, बिस्फी, मधवापुर प्रभावित रहा. लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं. कई गांव टापू में तब्दील हो चुका है. सरकार की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिली है।
बाढ़ में डूबने से छह की मौत
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में शुक्रवार को बाढ़ के पानी में डूबने से छह लोगों की मौत हो गयी. सीतामढ़ी में चार लोग डूबे गये. इनसे से एक का शव बरामद हो गया है. तीन अन्य की खोज की जा रही है. वहीं, दरभंगा में उफनायी नदी में डूबने से दो लोगों की मौज हो गयी.
दियारा के कई गांव में बाढ़ का पानी फैला
चौथम. बीते दिनों लगातार हुई कोशी व बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से दियारा के कई गांव में बाढ़ का पानी फैल गया है. कई घरों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. वहीं बाढ़ के पानी से लबालब हुई सड़के अब टूटने के कगार पर आ गयी. बताते चलें कि पिछले कई दिनों से लगातार कोशी और बागमती नदी के पानी में बढ़ोतरी देखी जा रही है. जिसके चलते दियारा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है.
खगड़िया में प्रशासन एलर्ट मोड में
खगड़िया जिले होकर बहने वाली गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक, कोसी की कुल 147 किमी लंबे तटबंध सहित सभी बांधों के सुरक्षित होने का दावा किया गया है. किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिये 50 हजार सैंडबैग सुरक्षित रखे गये हैं. जिला प्रशासन ने 124 ऊंचे स्थलों को चिह्नित कर सभी इंतजाम पूरा कर लिया है. 140 प्राइवेट नावों को चिह्नित कर नाव मालिकों से एकरारनामा किया गया है. तटबंधों की निगरानी के लिये होमगार्ड को तैनात किया गया है. जबकि 177 प्रशिक्षित तैराकों व 32 मास्टर ट्रेनर्स गोताखोरों सहित खोज व बचाव राहत दल को एलर्ट मोड में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग ने जीवनरक्षक दवाइयों का भंडारण सुनिश्चित करके रखा है.
खगड़िया के 55 पंचायतों में बाढ़ का संकट
खगड़िया : बाढ़ ने खगड़िया में दस्तक दे दी है. जिले के परबत्ता प्रखंड को छोड़ कर सभी प्रखंडों में बाढ़ से वर्तमान में 55 पंचायत प्रभावित हुए हैं. जहां से लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने के लिये नावों का परिचालन शुरू कर दिया गया है. संभावित बाढ़ वाले स्थानों को चिह्नित कर पहले से नावों की व्यवस्था कर दी गयी है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रफल की बात करें तो 1855 हेक्टेयर कृषि योग्य व 145 हेक्टेयर गैर कृषि योग्य भूमि शामिल हैं.
मौसम विभाग की चेतावनी, वर्षा के साथ होगा वज्रपात
सबौर. मौसम का मिजाज शनिवार से बदलने की संभावना है. तेज दक्षिणी पूर्वी हवा के साथ 80 मिमी तक वर्षा होने की संभावना है. बीएयू के मौसम विभाग से 18 से 22 जुलाई के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में आकाश में बादल छाये रहने की संभावना बतायी गयी है. साथ ही हल्की वर्षा के बीच बिजली कड़कने व वज्रपात की भी बात कही गयी है. शनिवार व रविवार को हल्की वर्षा जबकि अगले 3 दिनों में 62 मिमी तक वर्षा होने की संभावना बतायी गयी है. इस दौरान तापमान में नीचे आयेगा. खेती के लिए यह बारिश फायदेमंद रहेगा. किसान धान की रोपनी का कार्य कर सकते हैं. शुक्रवार को आसपास का अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा. हवा में नमी की मात्रा 74 प्रतिशत एवं दक्षिणी हवा 3.7 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली