Bihar Weather: बिहार में कल से फिर जानलेवा ठंड की एंट्री, 18 जनवरी तक पटना-भागलपुर समेत कई जिलों में शीतलहर..

Bihar Weather Report: बिहार एकबार फिर से भीषण ठंड की चपेट में पड़ने वाला है. बिहार के कई जिले 18 जनवरी तक शीतलहर की चपेट में रहेंगे. सूबे का पारा फिर एकबार गिरेगा. जानिये इस ठंड की वजह क्या है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2023 7:16 AM

Bihar Weather Report: बिहार में फिर एकबार कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. सूबे के 18 जिले शीतलहर की चपेट में रहेंगे. प्रदेश में पारा फिर एकबार लूढकेगा. मौसम विज्ञान केंद्र पटना का पूर्वानुमान बताता है कि सोमवार 16 जनवरी से ठंड फिर एकबार बढ़ने वाली है. 18 जनवरी तक यह ठंड रहेगी. पूरे राज्य में दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट आएगी. ठंड का असर 20 जनवरी तक रहने की संभावना है. भागलपुर व आसपास के जिले भी भीषण ठंड की चपेट में आ सकते हैं.

शनिवार को धूप खिलने से राहत

पूरे भागलपुर जिले में शनिवार को धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत मिली. इस कारण दोपहर का अधिकतम तापमान सात डिग्री बढ़कर 23 डिग्री पर पहुंच गया. वहीं सुबह के समय ठंड व कोहरे का असर जारी रहा. तड़के सुबह का न्यूनतम तापमान सात डिग्री रहा.

बर्फीली पछिया हवा के कारण ठंड का दौर होगा शुरू

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार बर्फीली पछिया हवा के कारण ठंड का दौर सोमवार शाम से फिर शुरू होगा. हालांकि वर्तमान में पूर्व बिहार व कोसी रीजन समेत पूरे राज्य में दिन का औसत तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं रात का तापमान 8 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज रहा. इस स्थिति में बदलाव के संकेत हैं.


16 जनवरी से 18 जनवरी के बीच शीतलहर

16 जनवरी से 18 जनवरी के बीच दिन और रात के समय के तापमान में गिरावट आने की संभावना है, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर की स्थिति पैदा हो सकती है. प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर औसत न्यूनतम तापमान अपने वर्तमान स्तर से गिर कर 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. जबकि अधिकतम तापमान गिर कर 14 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.

भीषण ठंड की वजह..

तापमान में इस बड़ी गिरावट के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर या शीत दिवस की स्थिति 20 जनवरी तक बनी रहेगी. विशेषकर राज्य के मध्य तथा दक्षिणी भागों में हवा चलने के कारण ठंड ज्यादा महसूस होगा. इसका प्रभाव दर्ज न्यूनतम तापमान से भी ज्यादा होगा. शीत लहर का यह दौर ठंडी आर्कटिक उत्तर-पश्चिमी जेट स्ट्रीम के संचालन से जुड़ा है, जो उत्तर भारत से होकर गुजर रहा है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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