पटना. बिहार में अगले पांच दिन मध्यम से भारी बारिश अौर वज्रपात के आसार बने रहेंगे़ समुद्र की सतह से 12 किमी की ऊंचाई तक दिखाई देने वाले संवहनीय बादलों की धमा-चौकड़ी में खासतौर पर मध्य बिहार फंसा हुआ है़
मॉनसून की सक्रियता से परे इस तरह के बादल स्थानीय स्तर पर बढ़ी हुई गर्मी और सामान्य से अधिक ऊमस की वजह से बनते हैं. संवहनीय बादलों की यह स्थिति मॉनसून सीजन में सामान्य तौर पर कम देखी जाती हैं.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिहार में जून (अभी तीन दिन बाकी हैं) में इससे पहले कभी इतनी बारिश दर्ज नहीं की गयी है़ इसकी आधिकारिक घोषणा 30 जून के बाद किये जाने की सूचना है़ 27 जून को पूरे बिहार में 38 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी़ अब तक प्रदेश में 345 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है़ यह सामान्य से करीब 140% अधिक है़
सबसे विशेष तथ्य है कि संवहनीय बादलों की गिरफ्त में पटना सहित समूचा मध्य बिहार और उससे सटे इलाके हैं. फिलहाल झारखंड और उससे सटे इलाके में कम दबाव का केंद्र बना हुआ है़ वहीं पूर्वी यूपी में चक्रवाती सिस्टम काम कर रहा है़ इसकी वजह से भी मॉनसूनी बौछार जारी है. पूरे प्रदेश में पछिया हवा गायब हो चुकी है़ दक्षिणी पूर्वी हवा का प्रभाव बढ़ा है़
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सामान्य से 59 से 20% तक कम बारिश : पश्चिमी चंपारण, औरंगाबाद, नवादा, लखीसराय व पूर्णिया
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सामान्य से 60 से 90% तक कम बारिश : गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, जमुई ,बांका, मधेपुरा व सहरसा.
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शेष जिलाें में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज
प्रदेश में रविवार को सर्वाधिक बारिश बेगूसराय के कोडवानपुर में 134 मिलीमीटर, सुपौल के बासु में 113.3 मिलीमीटर, सोलीघाट में 110 , नालंदा के बिहारशरीफ में 85 मिलीमीटर, जाले व दरभंगा में 80-80 मिलीमीटर सहित 14 अन्य जिलों में 50 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है़
Posted by Ashish Jha