बिहार में मकर संक्रांति से पहले शीतलहर चलने की आशंका, अगले सप्ताह तक सूरज रहेगा मध्यम
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले 48 घंटे में तापमान परिवर्तन के बाद अगले तीन दिनों तक मौसम में कोई खास परिवर्तन नहीं होने की संभावना है. वहीं गुरुवार को भी सर्द हवाओं का प्रकोप रहा. शहर के अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की कमी आयी.
पटना. मौसम अभी और सर्द हो सकता है. पटना व आसपास के क्षेत्रों में अगले 48 घंटे में तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है. गुरुवार को मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार राज्य में अभी पछुआ व उत्तर पछुआ हवा का प्रभाव है. हवा सतह से 5.8 किमी ऊपर तक चल रही है. मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले 48 घंटे में तापमान परिवर्तन के बाद अगले तीन दिनों तक मौसम में कोई खास परिवर्तन नहीं होने की संभावना है. वहीं गुरुवार को भी सर्द हवाओं का प्रकोप रहा. शहर के अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की कमी आयी और 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
15 जनवरी तक कड़ाके की ठंड के आसार
राज्य में 12 से 15 जनवरी के बीच कड़ाके की ठंड के आसार हैं. इस दौरान राज्य में एक-दो जगहों पर शीत दिवस या शीत लहर की स्थिति बन सकती है. आइएमडी पटना ने जारी पूर्वानुमान में ठंड से बचने के लिए अलर्ट जारी करते हुए सलाह जारी की है. मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से होने जा रहा है.
सर्द पछुआ बहने की संभावना
आइएमडी पटना के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन दिन शुक्रवार से रविवार तक राज्य में 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सर्द पछुआ बहने की संभावना है. इसके चलते अधिकतम तापमान चार से छह डिग्री सेल्सियस तक और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे आने की आशंका है. आइएमडी ने राज्य के लोगों को सलाह दी है कि वह ठंड से बचाव के उपाय करें. गर्म कपड़े पहने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें. आइएडी की तरफ से समय-समय पर जारी किये जाने वाले बुलेटिन को सुनें और उनकी सलाहों पर अमल करें.
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रिय होने से बिहार में मौसम बदला
आइएमडी के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आशीष कुमार के मुताबिक आसमान में लगातार बर्फीली ठंडी पछुआ और उत्तर-पछुआ चल रही है. पश्चिमी विक्षोभ की सक्रिय होने से बिहार में मौसम ने करवट ली है. इधर गुरुवार से पछुआ शक्तिशाली हो गयी है. इसके चलते राज्य में कनकनी महसूस की गयी. जहां तक न्यूनतम तापमान का सवाल है, इसमें भी उल्लेखनीय गिरावट दज की गयी है.
उत्तरी बिहार में दो से तीन डिग्री की गिरावट
आंकड़ों के विश्लेषण से साफ होता है कि गुरुवार को दिन भर चली सर्द हवा की वजह से दक्षिणी बिहार में बुधवार की तुलना में अधिकतम तापमान में अधिकतम चार डिग्री सेल्सियस और उत्तरी बिहार में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी है. 11 जनवरी को राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान सबौर में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. राज्य का सर्वाधिक अधिकतम तापमान सबौर में ही 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
दरभंगा में सामान्य से 5.1 डिग्री नीचे लुढ़का पारा
मौसम का मिजाज इस कदर व इस गति से बदल रहा है कि लोगों को इससे अपने को बचाकर रख पाना मुश्किल हो रहा है. एक दिन पहले बुधवार को तापमान सामान्य से अधिक था. यानी इस दिन जितना तापमान रहना चाहिए, उससे अधिक दर्ज किया गया. 24 घंटे भी नहीं गुजरे की अचानक तापमान का पारा नीचे लुढ़कते हुए सामान्य से 5.1 डिग्री नीचे चला आया. इस वजह से बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ गये. लोगों का कहना था कि इस साल की सबसे अधिक ठंड गुरुवार को ही महसूस हुई.
कपड़ों के लबादों में लिपटे होने के बावजूद ठिठुरन का अनुभव
बुधवार को उच्चतम तापमान का पारा जहां सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक 22.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था, वहीं गुरुवार को यह 15 डिग्री के करीब पहुंच गया जो सामान्य से 5.1 डिग्री कम रहा. इधर, सांय-सांय बहती बर्फीली पछुआ हवा कंपकंपी छुड़ाती रही. आलम यह था कि भरी दोपहरी में भी ठंड सताती रही. मोटे-मोटे कपड़ों के लबादों में लिपटे होने के बावजूद ठिठुरन का अनुभव होता ही रहा. इस वजह से शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक गये. चौक-चौराहों के साथ सड़कें वीरान पड़ गयी.
पटना की हवा में सुधार, भागलपुर की वायु गुणवत्ता दिल्ली से अधिक खराब
राजधानी की हवा में लगातार सुधार दर्ज किया जा रहा है. गुरुवार को शहर की एक्यूआइ- 223 दर्ज किया गया. पिछले कुछ दिनों से शहर में ठंड बढ़ जाने के कारण राजधानी की वायु गुणवत्ता में लगातार खराबी दर्ज किया जा रहा था. भागलपुर की वायु गुणवत्ता दिल्ली से अधिक दर्ज किया गया. भागलपुर की वायु गुणवत्ता 360 दर्ज किया गया वही दिल्ली की वायु गुणवत्ता 348 दर्ज किया गया.