बिहार में पिछले सप्ताह बूंदाबांदी, रिमझिम व झमाझम बारिश हुई तब लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की लेकिन चार दिनों से फिर मौसम ने करवट ली और गर्माहट महसूस होने लगी. बिहार में गर्मी का कहर सोमवार को भी जारी रहा. गर्म पछुआ हवा और आग बरसाती धूप से जनजीवन हलकान बना रहा. गर्म हवाओं के थपेड़ों से लोग बेहाल रहे. सुबह में सूर्य उगने के साथ ही सड़कों पर निकलने वाले लोग पसीने से तर-बतर होने लगे. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, तपिश बढ़ती गयी.
दोपहर में गर्म हवाओं के चलने से लोग घरों में दुबक गये. इस दौरान आसमान में बादल के टुकड़े भी तैरते रहे. इन दिनों अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस बना रहा. बढ़ते गर्मी को लेकर शहर के गोला रोड, स्टेशन रोड, चौक रोड पर सन्नाटा पसरा रहा. दोपहर में इक्के-दुक्के लोग ही नजर आये. रिक्शा चालक व ठेले-खोमचे वाले सभी पेड़ की छाया का सहारा लेकर धूप से बचने का प्रयास कर रहे थे. मौसम विभाग के अनुसार परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो जिले में 15 जून तक माॅनसून प्रवेश कर सकता है. हालांकि इसके पूर्व तेज हवा चलने का भी पूर्वानुमान है. इसी तरह मौसम तपिश का बना रहा तो अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. लू चलने की आशंका बनी है.
सिर पर छतरी, गमछा रख रहे लोग– कोरोना काल में तीखी धूप व गर्म हवा के कारण आवश्यक कार्यों के निबटारे को लेकर लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. वह तेज धूप से बचने के लिए सिर को छतरी, गमछा व तौलिया से ढके हुए देखे जाते हैं. बढ़ती गर्मी के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इधर बाजारों में कूलर, पंखे की मांगों में बढ़ोत्तरी हुई है. इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर लोग गर्मी से राहत पाने के लिए इन उपकरणों की खरीदारी करने में मशगूल हैं.
बदलते मौसम में रहे सावधान– डॉ एसके सैनी बताते हैं कि बदलते मौसम में आम लोगों को सावधान रहना जरूरी है. कभी धूप-कभी बादल और गत दिनों हुई बारिश के कारण लोग सर्दी-खांसी-बुखार के अलावे बदन दर्द के शिकार हो सकते हैं. कुछ इसी तरह के लक्षण कोरोना वायरस के भी है. हालांकि इसमें ज्यादा चिंता करने और घबराने की जरूरत नहीं है. आप सैंपल टेस्ट करा लें. थोड़े से तकलीफ होने पर डॉक्टर से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं और उनकी सलाह से दवा लें. इस मौसम में छोटे बच्चों की विशेष देखभाल जरूरी है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra