सीवान. अप्रैल माह में ही भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. रविवार की सुबह कड़ी धूप और धूल भरी पछुआ हवा से लोग परेशान हो गए. अप्रैल में इस तरह की गर्मी लोगों ने पहले कभी महसूस नहीं की थी. आम तौर पर मई मध्य में ही पारा 40 तक पहुंचता था. मौसम में परिवर्तन और भीषण गर्मी के कारण पेयजल संकट भी गहराने लगा है.
जिले के कई क्षेत्रों में आग उगलती धूप के साथ पछुआ के प्रहार से लोग त्रस्त हैं. दो दिनों से चल रही धूल भरी तेज हवा के कारण सब्जी की फसल भी सूखने लगी है. किसानों को गर्मी ने दोहरी मुसीबत में डाल दिया है. फसल का सूखना किसानों के लिए मुसीबत बन रहा है. पहले ही किसान गेंहू की फसल सुखने की मार झेल चुके हैं. भीषण गर्मी के साथ ही लू के प्रकोप के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं.
रविवार को तेज रफ्तार पछुआ हवा से लोग काफी परेशान रहे. यही नहीं ठेला व खोमचा वाले लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा. सड़कों पर निकले लोगों को ऐसा महसूस हो रहा था कि वह आग के निकट से गुजर रहे हैं. जानकारों की माने तो यदि एक सप्ताह तक ऐसे ही हवा चली तो अस्पतालों में लोगों की कतारे लग जायेंगी. रविवार को जिले का अधिकतम तामपान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि न्यून्तम 24 डिग्रर रहा.
तेज पछुआ हवा के कारण आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी है. प्रतिदिन कही न कहीं आग का कहर बरप रहा है. पिछले एक पखवाड़े में दर्जनों स्थानों पर आग लग चुकी हैं.
भीषण गर्मी के कारण दैनिक काम काज भी पूरी तरह प्रभावित हुआ है. तेज धूप और लू से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. दोपहर होते ही सड़कें पूरी तरह सूनी हो जा रही है. कार्यालयों में भी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी से बाजार में भीड़ कम दिख रही है. जबकि कुछ दिन बाद ही ईंद का त्यौहार है.
आप घर से बाजार निकलें तो पानी की बोतल साथ लेकर चलें. क्योंकि नगर परिषद अपने क्षेत्र में सार्वजनिक प्याऊ नहीं लगा सहा है. इससे व्यापारियों के साथ ही ग्राहकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोग बोतल खरीदकर गला तर कर रहे हैं.